उत्तर सर्कल
एन—1—140735508
एन—2—320977384
एन—3—175006090
एन—4—112369150
कुल बकाया—749088132 करोड़ दक्षिण सर्कल
एस—1—100178761
एस—2—221085285
एस—3—7713061
एस—4—118522592
कुल बकाया राशि—515916699 बकाया के पहाड़ को लेकर इंजीनियरों के ये तर्क आए सामने
पूरा फोकस पेयजल सप्लाई पर—बकाया वसूली के लिए समय ही नहीं
2010 से पहले रेवन्यू व सप्लाई अलग अलग थी। अब दोनों काम एक ही फील्ड इंजीनियर के भरोसे
मकान मालिक के मकान को छोड़ कर चले जाना
जल कनेक्शन चैंज हो जाना
बिजली विभाग में इलेक्ट्रिीसिटी एक्ट लागू है। बिजली चोरी या बकाया पर तत्काल कनेक्शन काटा जाता है। लेकिन जलदाय विभाग में वर्षों से वाटर एक्ट का ड्राफट जल भवन से लेकर सचिवालय तक अफसरों की टेबल पर पांच वर्ष से घूम रहा है। क्योंकि इंजीनियर नहीं चाहते कि इस एक्ट के मसौदे को अंतिम रूप मिले और बकाया बिलों की वसूली में राजनीतिक हस्तक्षेप खत्म हो।
तय अविधि में बिल नहीं चुकाने पर कनेक्शन काटा जा सकेगा
कनेक्शन या बकाया बिल वसूली के लिए गई टीम को पुलिस सुरक्षा मिल सकेगी
इंजीनियरों को राजस्व वसूली के लक्ष्य निर्धारित किए जा सकेंगे
राजस्व वसूली के आधार पर ही इंजीनियरों को फील्ड और नॉन फील्ड पोस्टिंग दी जाएगी
पिछले वर्ष हमने 65 करोड़ की राशि वसूली की थी। इस बार अभियान शुरू हुआ हो गया है। लेकिन स्टाफ की कमी के कारण भी बकाया बिलों की वसूली बड़ी परेशानी बन कर सामने आई है। फील्ड इंजीनियरों का पूरा फोकस पेयजल सप्लाई पर ही रहता है। बकाया रहने के अन्य कारण भी हैं।
अजय सिंह राठौड़
अधीक्षण अभियंता—उत्तर
जयपुर शहर