बीते छह साल में ब्लॉक स्तरीय प्रयोगशालाओं में हुई अनियमितताओं के बावजूद फिर से आउटसोर्सिंग से नई प्रयोगशालाओं के संचालन को लेकर चल रही कवायद सवालों के घेरे में है। पूर्व में हुई अनियमितता की शिकायतों पर ही अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई तो नई प्रयोगशालाओं में कार्यों की जिम्मेदारी कैसे और कौन तय करेगा यह बड़ा सवाल है।
इनका कहना है— ब्लॉक स्तरीय लैब खोलने की तैयारियों को लेकर रिपोर्ट आलाधिकारियों को सौंप दी है। आउसोर्स से लैब के संचालन का निर्णय तो उन्हे ही करना है। पूर्व में संचालित प्रयोगशालाओं की अनियमितताओं की शिकायतों को लेकर सभी जिला स्तरीय लैब से रिपोर्ट तलब की थी लेकिन चार महीने बाद भी उन्होने रिपोर्ट नहीं दी है। राकेश माथुर, चीफ केमिस्ट, स्टेट रेफरल सेंटर लेबोरेट्री, जलदाय विभाग, जयपुर