डांगरी ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया ( JAIPUR NEWS ) रंग-बिरंगे परिधानों में सजे बांसवाड़ा के नारायण ने ’डांगरी’ की प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया गया। हिमाचल प्रदेश के जोगेन्दर सिंह हबी ने अपने राज्य का लोकप्रिय नृत्य ‘सिरमौर नाटी‘ की आकर्षक प्रस्तुति दी। यह नृत्य लोगों में काफी लोकप्रिय है और अब यह देश के प्रमुख पारंपरिक लोक नृत्यों में शामिल हो गया है। गुजरात का अनोखा आदिवासी नृत्य ‘सिद्धि धमाल‘ गुजरात के ही शब्बीर द्वारा प्रस्तुत किया गया था।
गुजरात के राजेश द्वारा ‘राठवा‘ की प्रस्तुति एक्शन से भरपूर इस नृत्य ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, क्योंकि इसके प्रस्तुतकर्ताओं ने नारियल को हवा में उछाला, जो उनके सिर पर आकर फूटे। फेस्टिवल के पांचवें दिन इनके अलावा दौसा के लीला मीणा द्वारा ‘हेला गायन’ (पद गायन), मध्यप्रदेश से सोमो पांडे द्वारा ‘राई’ और गुजरात के राजेश द्वारा ‘राठवा‘ की प्रस्तुतियां भी दी गई।