पूरी तरह से जांच पड़ताल के बाद शव को राजकीय अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया गया। बताया जा रहा है कि क्वाटर से एक सुसाइड़ नोट भी मिला है और इसमें पारिवारिक कारणों के चलते यह कदम उठाने का जिक्र है। हांलाकि इस सुसाइड़ नोट को सार्वजनिक नहीं किया गया है। इसे पुलिस अफसरों के हवाले कर दिया गया है। गौरतलब है कि कुछ महीने पहले चुरू जिले के राजगढ़ थाने के थानाधिकारी विष्णुदत्त ने भी सुसाइड़ कर लिया था। उनकी मौत के बाद जांच को लेकर मामले ने तूल पकडा था और उसके बाद जांच सीबीआई को सौंपी गई थी। उन्होने परेशान होकर सुसाइड़ करने की बात लिखी थी। कुछ राजनेताओं का भी इस केस में नाम आया था। उनकी मौत की जांच की जा रही है।
रात दो बजे आया रिवाल्वर लेने
श्रीराम के साथियों ने अपने अफसरों को बताया कि वह परिवार के सदस्यों में चल रहे आपसी विवाद से भी परेशान था और कई बार इसका जिक्र भी करता था। लेकिन कभी ऐसा नहीं लगा कि वह खुद की जान ले लेगा। थाना परिसर के पास जिस क्वाटर में वह रह रहा था वहां उसका परिवार उसके साथ नहीं रहता था परिवार गांव में ही रह रहा था। देर रात करीब दो बजे वह किसी काम से थाने आया और उसके बाद चला गया। बाद में पता चला कि वह मालखाने से रिवाल्वर लेने आया था। तडके उसकी मौत की खबर से पूरा थाना सुन्न रह गया।