उन्होंने कहा कि 2013 में जब पार्टी 21 सीटों पर सिमट गई थी तब सोनिया गांधी ने सचिन पायलट को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया था। सचिन पायलट ने 5 साल खूब मेहनत की और अपने दम पर सरकार बनवाई। लेकिन उस वक्त फैसला यह हुआ कि अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बनेंगे और सचिन पायलट डिप्टी सीएम बनेंगे। उसके बाद से ही जनता में अंदर खाने नाराजगी बढ़ती जा रही थी यही वजह है कि 6 माह के बाद हुए लोकसभा चुनाव में ही पार्टी को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा।
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25 लोकसभा सीटें हार गए जबकि वो सरकार का हनीमून पीरियड था। चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विधानसभा क्षेत्र सरदारपुरा में ही पार्टी को हार का सामना पड़ा। केवल 11 विधायकों के क्षेत्रों में कांग्रेस आगे रही, बाकी सब जगह कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि जनता ने उस वक्त वोट देकर अपना फैसला सुना दिया था कि सचिन पायलट को सीएम नहीं बनाए जाने से नाराजगी है।
कौन बनेगा अध्यक्ष जल्द हो जाएगा साफ
पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन बनेगा इसे लेकर जल्द ही तस्वीर साफ हो जाएगी। 24 से 30 सितंबर तक नामांकन दाखिल किए जाएंगे। उससे साफ है कि जो भी पार्टी का अध्यक्ष बनेगा। उसका नाम सामने आ जाएगा।
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उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव होते हैं, राजेश पायलट, जितेंद्र प्रसाद और सीताराम केसरी ने भी राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव लड़ा था। चौधरी ने कहा कि राहुल गांधी ने अध्यक्ष बनने से इनकार कर दिया है। उन्होंने लोकसभा चुनाव की हार के बाद जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दिया था और आज वह ‘भारत जोड़ो’ यात्रा निकाल रहे हैं और देश में सांप्रदायिक माहौल और तनाव खत्म करने का प्रयास कर रहे। हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का भी बयान आया है कि सोनिया गांधी कहेंगी तो वह राष्ट्रीय अध्यक्ष बन जाएंगे ऐसे में जल्द ही इसका फैसला हो जाएगा।
विधायकों नहीं हो रही प्रशासन में सुनवाई
वहीं कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा की ओर से जोधपुर में धरना देने को लेकर पूर्व मंत्री ने कहा कि अगर विधायक ने धरना दिया है तो सोच समझ कर ही दिया होगा। क्योंकि उनकी सरकार में सुनवाई नहीं हो पा रही होगी। ये बहुत ही गंभीर विषय है।
अमित शाह का भाषण झूठ का पुलिंदा
हाल ही में जोधपुर दौरे पर आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे को लेकर पूर्व मंत्री अमित चौधरी ने कहा कि अमित शाह का दौरा और भाषण झूठ का पुलिंदा था। उन्होंने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर एक शब्द नहीं कहा, 700 ज्यादा किसान शहीद हो गए थे। तब जाकर 1 साल के बाद मोदी सरकार ने देश से माफी मांग कर काले कानून वापस लिए। आज देश में महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है लेकिन केंद्रीय गृह मंत्री ने उस पर एक शब्द नहीं बोला। उससे साफ है कि इन्हें महंगाई और बेरोजगारी से कोई मतलब नहीं है।