इस विवाद को हवा देने का काम किया है सिद्धू के ट्वीट ने जिसमें उन्होंने लिखा, तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने से पहले आप तथ्यों को सही कर लें, राहुल गांधी जी ने मुझसे पाकिस्तान जाने को कभी नहीं कहा, पूरी दुनिया जानती है कि मैं (पाकिस्तानी) प्रधानमंत्री इमरान खान के निजी न्यौते पर पाकिस्तान गया।
इससे एक दिन पहले हैदराबाद में सिद्धू से जब संवाददाताओं ने मुख्यमंत्री की मंजूरी के बगैर पाकिस्तान जाने के बारे में पूछा था, तब उन्होंने कहा था, ‘राहुल गांधी मेरे ‘कप्तान’ हैं, उन्होंने ही मुझे पाकिस्तान भेजा, राहुल गांधी कैप्टन (अमरिंदर सिंह) के भी कैप्टन हैंं।’
इस पर पंजाब के मंत्रियों ने कहा है कि अगर सिद्धू अमरिंदर सिंह को अपना कैप्टन नहीं समझते हैं तो उन्हें मुख्यमंत्री की टीम छोड़ देनी चाहिए। हैदराबाद में दिए गए बयान को लेकर सिद्धू पर ग्रामीण एवं विकास मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, राजस्व एवं पुनर्वास मंत्री सुखविंदर सिंह सरकारिया और खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी ने प्रहार किया है।
सोढ़ी ने कहा कि इस मुद्दे पर अन्य मंत्री भी अमरिंदर सिंह के साथ हैं। उन्होंने कहा, मैंने जिन मंत्रियों से बातचीत की, वे अरुणा चौधरी और साधु सिंह धरमसोत हैं, हम सभी कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ पूरी मजबूती के साथ खड़े हैं।
इसके अलावा बाजवा ने कहा, ‘अगर वह कैप्टन अमरिंदर सिंह को अपना कप्तान नहीं मानते तो उन्हें नैतिक आधार पर मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे देना चाहिए और राहुल गांधी उन्हें जो भी काम कहें, वही करना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि सिद्धू को मुख्यमंत्री से माफी मांगनी चाहिए। बाजवा ने कहा, ‘उन्हें कैप्टन साहब को पंजाब में अपने नेता के तौर पर स्वीकार करना होगा।’