चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि प्रदेश में कोरोना ( Coronavirus ) के कुचक्र को तोड़ने के लिए चिकित्सा विभाग की एक्टिव सर्विलांस टीम के 26793 दलों ने राज्य के 71 लाख 51 हजार से ज्यादा परिवारों के 2 करोड़ 92 लाख 41 हजार सदस्यों यानी प्रदेश की आबादी की व्यक्तिगत स्क्रीनिंग की है। इसके अलावा पैसिव सर्विलांस यानी कि ओपीडी में 27 लाख 8745 रोगियों की स्क्रीनिंग की गई है। इस कदम से न केवल बढ़ते कोरोना के संक्रमण पर रोक लगेगी बल्कि भविष्य के लिए योजना बनाई जा सकेगी। उन्होंने बताया कि पॉजीटिव मरीजों के संपर्क में आए 1600 लोगों की ट्रेसिंग कर उनके सैंपल लिए गए हैं और प्रदेश के जिलों में 194 लोग अभी आइसोलेशन में भर्ती हैं। डॉ. शर्मा ने बताया कि राज्य में स्थिति कुल मिलाकर काबू में है।
मरीजों को घर बैठे मिलेगी दवाइयां डॉ. शर्मा ने कहा कि गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों को दवा नहीं मिलने की सूचना हमारे पास आई थी। ऐसे में इस समस्या से तुरंत निजात दिलाने के लिए सरकार ने राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किया है, जिसका नंबर 0141-2228600 है। सहायक औषधि नियंत्रक डॉ. राजकुमार छीपी को प्रभारी बनाया गया है, जिनके मोबाइल नंबर 9462690790 हैं। कोई भी गंभीर बीमारी के मरीज को यदि नियमित दवा नहीं मिल रही है तो इन नंबरों पर फोन करने पर नजदीकी दवा वितरक के पास मैसेज चला जाएगा और उनके घर तक दवा पहुंचा दी जाएगी।
पलायन करने वाले मजदूरों की होगी स्क्रीनिंग डॉ. शर्मा ने बताया कि प्रदेश में मजदूरों का पलायन सबसे बड़ी चिंता का कारण है। दो दिन पहले भारत सरकार से मिले निर्देशों के अनुसार मजदूरों को साधन करके उनके राज्यों में भेजा जा रहा है। भारत सरकार के ही नए निर्देशों के अनुसार इन्हें जहां हैं वहीं रखें जाएं। इस बारे में सभी जिला कलक्टर्स को कहा गया है कि इनके आवास, भोजन और स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जाए, ताकि कोरोना का प्रकोप राज्य में फैल नहीं पाए।