कांग्रेस के अधिवेशन और राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के भाषण से स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस का यूथ विशेष फोकस रहेगा। राहुल ने अपने भाषण में माना कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में युवाओं ने अपनी अहम भूमिका निभाई थी। प्रधानमंत्री मोदी को युवाओं को झुकाव की वजह से ही भारी बहुमत मिला था।
दिल्ली में कांग्रेस का तीन दिवसीय अधिवेशन रविवार को खत्म हो गया है । इसमें राजस्थान के 500 से ज्यादा कार्यकर्ता और पदाधिकारी पदाधिकारी शामिल हुए। जिनका जोर इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में टिकट की पैरवी करने पर रहा ।भारी संख्या में पदाधिकारी एआईसीसी और पीसीसी सदस्य बनने के लिए एक दूसरे की सिफारिश करते दिखे।यही कारण रहा कि एआईसीसी और पीसीसी सूची 2 दिन दिल्ली में चर्चा में रही और एक दिन पहले नाराज पदाधिकारियों को शामिल करने के लिए नाम जोड़ने पड़े।
प्रदेश के सभी जिलों के वरिष्ठ पदाधिकारियों के दिल्ली पहुंचने से राजनीतिक उठापटक 3 दिन दिल्ली में ही चली।अधिवेशन के पहले दिन पदाधिकारियों का एआईसीसी कार्यालय में जमावड़ा रहा।शाम को राजस्थान हाउस में डिनर पार्टी में पदाधिकारी एआईसीसी और पीसीसी सदस्यों के साथ विधानसभा चुनाव टिकट को लेकर चर्चा में व्यस्त रहें .डिनर पार्टी में प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट देर तक रुके।
अधिवेशन के बाद प्रदेश की राजनीति में भी गर्माहट आएगी।माना जा रहा है कि एक पखवाड़े में राहुल गांधी की नई टीम की घोषणा कर सकते हैं इसके साथ ही प्रदेश और केंद्र के बड़े नेताओं के राजस्थान में दौरे तेज होंगे उधर वरिष्ठ नेता सीपी जोशी ने भी सक्रियता बढ़ाने की तैयारी कर ली है ।