करणी विहार पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार बदमाश दिनेश, जितेन्द्र, अमरचंद, दीपक, कानाराम और अशोक फुलेरा और मोजमाबाद के रहने वाले हैं। सभी की उम्र 22 से 24 के बीच है। कोई काम धंधा नहीं मिला तो इन बदमाशों ने गैंग बनाई और उसके बाद एस्काॅर्ट सर्विस के नाम पर मारपीट और लूटपाट करने की प्लानिंग तैयार कर ली। इसके लिए गाड़ी चाहिए थी ते चोरी की गाड़ी खरीदी गई। नागौर से इस गाड़ी को खरीदने के लिए सभी ने रुपए मिलाए और पचास हजार रुपए में गाड़ी खरीद ली। इसके बाद छह से सात अलग अलग नंबर प्लेट बनवाई। ये एक साथ छह से सात वारदातों की प्लानिंग कर चल रहे थे। जयपुर के करणी विहार में एक सूने प्लाॅट के पास सभी बैठे थे और शिकर को फंसाने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन इससे पहले ही पुलिस आ धमकी और इनको दबोच लिया।
पुलिस ने बताया कि बदमाशों ने कई काॅल गर्ल से बातचीत कर रखी थी। प्लानिंग की थे कि काॅल गर्ल को साथ ले जाकर पार्टी को उसका चेहरा दिखाना है और इस बात के काॅल गर्ल को एक हजार रुपए देने हैं। इस बीच जो पार्टी काॅल गर्ल मंगवारही है। उसके साथ मारपीट कर लूटपाट करनी है। इसके बाद एक जिले मंे वारदात कर दूसरे जिले में इसी तरह की वारदात करनी है ताकि पुलिस नंबर प्लेट के आधार पर ही सर्च करती रहे और पुलिस को कोई जानकारी नहीं मिले।
राजधानी के महेश नगर इलाके में इस तरह का केस पहले एक बार सामने आ चुका है। जब बदमाशों ने एक युवक को पीटा और उससे मारपीट कर उसकी चेन, मोबाइल और कैश लूटकर ले गए। पीडित युवक ने एस्काॅर्ट सर्विस से काॅल गर्ल बुलाई थी। काॅल गर्ल के साथ आए बदमाशों ने युवक को पीटा और लूटपाट कर फरार हो गए थे। पुलिस इसे साधारण मारपीट का मामला मान रही थी। लेकिन जब पड़ताल की गई तो जयपुर में इस तरह का पहला केस खुला था।