भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ पूनिया ने अलवर में कथित दरिंदगी मामले पर दी अपनी ताज़ा प्रतिक्रिया में कहा है कि क्या भरोसा है कि राज्य सरकार सीबीआई को जांच में सहयोग करेगी? इसके पीछे उन्होंने इस घटनाक्रम में राज्य सरकार और पुलिस की शुरू से लेकर अब तक की कार्यशैली का हवाला दिया है।
डॉ पूनिया ने कहा कि अलवर निर्भया मामले में पुलिस और राज्य सरकार की भूमिका संदिग्ध है। बार-बार बयान बदले जाना और इतने दिनों तक कमजोर अनुसंधान व प्रयासों की कमी के कारण अभी तक अपराधियों का पहुँच से बाहर होना, सवाल खड़े करता है।
भाजपा को मिली नैतिक जीत!
अलवर में बालिका से कथित दरिंदगी प्रकरण पर राज्य सरकार के बैकफुट पर आने के बाद से बीजेपी खेमा खुद को फ्रंटफुट पर मान रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से अलवर प्रकरण की जांच सीबीआई जांच करवाने के फैसले को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने भाजपा के जनांदोलन की नैतिक जीत करार दिया है।
डॉ पूनिया ने कहा कि पीडिता को न्याय दिलाने के लिए भाजपा के जन आंदोलन को नैतिक जीत मिली है। प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर पार्टी का आंदोलन अनवरत जारी रहेगा।
‘दोषमुक्त नहीं हो सकतीं प्रियंका गांधी’
डॉ पूनिया ने एक बयान में कहा कि भले ही राज्य सरकार ने ये प्रकरण सीबीआई को सौप दिया है, लेकिन इससे पीड़िता से मिलने न जाने के दोष से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी दोषमुक्त नहीं हो सकती। अपराधियों को पकड़ने के लिए सरकार को तत्परता से प्रयास जारी रखने चाहिए।