20 को सुबह 11 बजे प्रोटेम स्पीकर के तौर पर कालीचरण सराफ कुर्सी संभालेंगे। इसके बाद सराफ प्रोटेम स्पीकर पैनल में शामिल दयाराम परमार, प्रताप सिंह सिंघवी और किरोड़ी लाल मीणा को शपथ दिलाएंगे। इसके बाद अन्य विधायकों की शपथ होगी। सबकी निगाहें 21 दिसंबर पर टिकट गई हैं। इस दिन विधानसभा को नया अध्यक्ष मिलेगा। विधानसभाध्यक्ष् के निर्वाचन से पहले ही कांग्रेस बैकफुट पर है। कांग्रेस अपनी ओर से कोई उम्मीदवार नहीं उतरेगा यानी सर्व समिति से वासुदेव देवनानी का चयन होगा। विधानसभा सचिवालय की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार दोपहर 12 बजे से पहले प्रस्तावकों के नाम विधानसभा सचिव को देने होंगे, जिसके तहत पार्टी की ओर से प्रस्तावक नाम देंगे। भाजपा ने वासुदेव देवनानी का नाम तय किया है और उनका विधानसभाध्यक्ष बनना तय है।
यूं होगा विधानसभा अध्यक्ष का चयन
विधानसभा अध्यक्ष बनने के लिए कार्यवाही के दौरान नाम का प्रस्ताव रखा जाता है। अध्यक्ष के चुनाव के लिए प्रस्तावक यह नाम रखते हैं। इस प्रस्ताव का अनुमोदन अन्य सदस्यों से करवाना जरूरी होता है। जिस विधायक का नाम प्रस्तावित है उसे भी लिखित सहमति देनी होती है, तभी उसका स्पीकर के रूप में निर्वाचन को वैध माना जाता है।