जोधपुर पहुंचे प्रदेशाध्यक्ष डॉ पूनिया ने बताया कि राज्य में बढ़ी बिजली दरें, आए दिन हो रहे अपराध, बहन-बेटियों पर हो रहे अत्याचार, सम्पूर्ण किसान कर्जमाफी, परीक्षाओं में धांधली, लम्बित भर्तियां सहित अन्य कई मुद्दों को लेकर प्रदेश की जनता त्रस्त है। इन्ही को मद्देनज़र रखते हुए पार्टी के कार्यकर्ता आज राज्य सरकार का विरोध जताने के लिए प्रदेश भर में धरना-प्रदर्शन करने उतर रहे हैं।
77 नेताओं को दी गई ‘हल्ला-बोल’ की ज़िम्मेदारी
प्रदेश भर में आज हो रहे गहलोत सरकार विरोधी ‘हल्ला बोल’ आंदोलन में 77 वरिष्ठ नेताओं को बड़ी ज़िम्मेदारी दी गई है। इन नेताओं को विभिन्न उपखण्ड मुख्यालयों पर मौजूद रहने के निर्देश दिए गए हैं। डॉ. सतीश पूनियां खुद जोधपुर के ओसियां में विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्व करने पहुंचेंगे।
पूनिया के अलावा राष्ट्रीय मंत्री अलका गुर्जर को देवली, सांसद राजेन्द्र गहलोत को जोधपुर, किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष हरिराम रिणवां को किशनगढ़, प्रदेश उपाध्यक्ष माधोराम चौधरी को बिलाड़ा, मुकेश दाधीज को भरतपुर, नारायण सिंह देवल को रानीवाड़ा, चंद्रकांता मेघवाल को केशोरायपाटन, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सीआर चौधरी को नागौर, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी को बूंदी, युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु शर्मा को पाली, प्रदेश मंत्री जितेन्द्र गोठवाल को चाकसू, श्रवण सिंह बगड़ी को टोडारायसिंह, विजेन्द्र पूनिया को विराटनगर का ज़िम्मा दिया गया है।
इसी तरह से प्रदेश कोषाध्यक्ष रामकुमार भूतड़ा को रियाबंडी, प्रदेश सह कोषाध्यक्ष पंकज गुप्ता को रतनगढ़, महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अलका मूंदड़ा को डूंगरपुर, अल्पसंख्यक मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष एम सादिक खान को कोटपूतली, एसटी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र मीणा को जमवारामगढ़, ओबीसी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश भडाना को मांडलगढ़, एससी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष कैलाश मेघवाल को पीलीबंगा में धरना-प्रदर्शन का नेतृत्व करने की ज़िम्मेदारी दी गई है।
दिसंबर में जयपुर में बड़ा प्रदर्शन
प्रदेश नेतृत्व की ओर से तय आगामी कार्यक्रम के अनुसार नवंबर महीने में सभी जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन होंगे। जबकि 15 दिसंबर को जयपुर में 2 लाख से अधिक कार्यकर्ताओं की मौजदूगी में बड़ा आंदोलन होगा।