– अरुण: कांग्रेस राज में जनता त्रस्त है। महिला अत्याचार के मामले में तो राजस्थान ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। भरतपुर, कोटा, चूरू समेत कई इलाकों में कानून व्यवस्था की हालत बुरी है। सरेआम गोलियां चलाई जा रही हैं। अपराधियों में कोई डर नहीं है। वे बुलेट ट्रेन की तरह अपराध कर रहे हैं और विकास बैलगाड़ी की गति से हो रहा है। महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा सुनवाई करने जयपुर आईं लेकिन प्रशासन ने सहयोग तक नहीं किया। बिजली की दरें बढ़ाई जा रही हैं। फ्यूल चार्ज पर सब्सिडी खत्म कर दी गई थी, जो भाजपा राज में दी गई थी। किसानों को कोई राहत नहीं दी जा रही। वसुंधरा राजे सरकार में थीं तब गौरव पथ बनवाए थे। वे भी बनवाने बंद कर दिए।
– अरुण: कांग्रेस में कहां एकजुटता दिख रही है? प्रत्याशियों का नामांकन भरवाने एक हेलीकॉप्टर में बैठकर जाने से क्या एकजुटता नजर आ जाएगी? भाजपा में कोई गुटबाजी नहीं है। यह सिर्फ मीडिया और सोशल मीडिया की देन है। हमारे सभी नेता धरातल पर चुनाव में जुटे हैं।
– अरुण: उनके नहीं आने का मतलब यह नहीं कि पार्टी में गुटबाजी है। राजे से मेरी बात हुई है। वह आना चाहती हैं लेकिन उनकी पुत्रवधू की तबीयत ज्यादा खराब है।
– अरुण: केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने विकास के नए आयाम स्थापित किए हैं। राज्य में महिला अत्याचार बढ़ रहे हैं जबकि पीएम मोदी ने महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं।
– अरुण: राज्य के जो हालात हैं, उन्हें देखकर यह प्रश्न ही कहां रह जाता है? पार्टी ने पूरी ताकत लगाई है, भाजपा तीनों सीटें जीतेगी।
– अरुण: ये उपचुनाव हैं और पार्टी के नियमानुसार उपचुनाव में केन्द्र स्तर के नेता नहीं आते। पहले भी उपचुनाव में केंद्र स्तर के नेता नहीं आए थे। प्रदेश स्तर के नेता ही प्रचार करते और चुनाव लड़वाते हैं। प्रदेश स्तर के जो नेता बाकी रहे हैं, वे आ जाएंगे।
– अरुण: एक लाइन में कहें तो यह सिर्फ वादाखिलाफी की सरकार है, जिसने सत्ता में आने से पहले बड़ी-बड़ी घोषणाएं की मगर पूरी एक भी नहीं की। राजस्थान की जनता से इस सरकार ने धोखा किया है। किसानों, नौजवानों सबके साथ धोखा हुआ है।