राजस्थान में तीन सीटों पर हुए उपचुनाव का परिणाम आने में अब चंद घंटों का समय ही बचा है। दोनों ही प्रमुख राजनीतिक पार्टियों के दिग्गजों का भाग्य भी इन चुनाव परिणामों से जुड़ा है। इस बीच सट्टा बाजार में भी सटोरियों ने भाव खोल दिए हैं। तीनों सीटों पर करीब दो सौ करोड़ से भी ज्यादा का सट्टा लगने का अनुमान है। बाजार भाव के अनुसार तो तीनों ही सीटों पर बीजेपी की मशक्कत दिखाई दे रही हैं। हालांकि दोनों ही पार्टियों के दिग्गज अपनी-अपनी जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त नजर आ रहे हैं।
लोकसभा की दो और विधानसभा की एक सीट पर आना परिणाम
प्रदेश में 29 जनवरी को हुए तीन सीटों पर उपचुनाव हुए हैं। इन तीन सीटों में दो लोकसभा और एक विधानसभा सीट है। तीनों ही सीटें कितनी महत्वपूर्ण है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि चुनाव से करीब एक महीने पहले ही कांग्रेस और बीजेपी ने अपने-अपने चालीस दिग्गज स्टार प्रचारकों की सूची तक निकाली थी। ताकि तीनों सीटों पर उम्मीदवार किसी भी स्टार प्रचारक को बुला सके। इनमें राहुल गांधी और नरेन्द्र मोदी तक का नाम भी शामिल रहा है। लोकसभा सीटें अजमेर और अलवर एवं विधानसभा सीट मांडलगढ़ है।
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सटोरियों की मानें तो तीनों ही सीटों पर बीजेपी को जीत के लिए बहुत जोर लगाना पड़ सकता है। भाव के अनुसार तो तीनों ही सीटें कांग्रेस की झोली में जाती दिखाई दे रही हैं। सटोरियों के मुताबिक अजमेर लोकसभा सीट पर कांग्रेस के भाव 35-40 पैसे तथा भाजपा के 65-80 रुपए है।
सटोरियों की मानें तो तीनों ही सीटों पर बीजेपी को जीत के लिए बहुत जोर लगाना पड़ सकता है। भाव के अनुसार तो तीनों ही सीटें कांग्रेस की झोली में जाती दिखाई दे रही हैं। सटोरियों के मुताबिक अजमेर लोकसभा सीट पर कांग्रेस के भाव 35-40 पैसे तथा भाजपा के 65-80 रुपए है।
READ: सियासत में फेरबदल के संकेत: तीनों चुनाव क्षेत्रों में भाजपा-कांग्रेस के छूट रहे पसीने, तीसरा दल मारेगा बाजी! इसी तरह अलवर लोकसभा सीट पर कांग्रेस के भाव जहां दस से पच्चीस पैसे, वहीं भाजपा के भाव नौ से दस रुपए बताए जा रहे हैं। मांडलगढ़ विधानसभा सीट पर कांग्रेस के भाव 45-50 पैसे तो भाजपा के 75-90 मान रहे हैं।
यूं तो प्रत्याशियों के भाग्य का पिटारा एक फरवरी को खुलेगा, लेकिन मतदान की समाप्ति के बाद से ही नुक्कड़ों और चौराहों पर उम्मीदवारों की हार जीत के कयास शुरू हो गए।
गौरतलब है कि हाल में हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में भी सटोरियों का आंकलन सही साबित हुआ था। सटोरियों ने चुनाव में भाजपा की जीत बताई थी, साथ ही सीटें कम होने का दावा भी किया था। इनके ये दोनों ही आंकलन सही साबित हुए।