दरअसल, मंत्री-विधायक के बीच नोक-झोक का वाकया हुआ मंत्री खाचरियावास के धरना सभा में दिए जा रहे सम्बोधन के दौरान। खाचरियावास का जब सम्बोधन भाषण चल रहा था तो इस दौरान पास ही बैठे विधायक मुरारी मीणा ने उन्हें टोकते हुए कहा, ‘आप इधर-उधर की नहीं, आरक्षण की बात बोलिये।’
इधर, विधायक मुरारी मीणा के टोकने से हुए व्यवधान पर खाचरियावास ने भाषण रोकते हुए पलटवार किया। परिवहन मंत्री ने मुरारी के मशवरे से नाराज़ होते हुए कहा, ‘आप तय नहीं करोगे मुझे क्या बोलना है।’
इससे पहले कलक्ट्रेट पर सरकारी नौकरियों में प्रमोशन में आरक्षण को लेकर केन्द्र सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया गया। धरना-प्रदर्शन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, ऊर्जा मंत्री बी डी कल्ला, खाद्य मंत्री रमेश मीणा, उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास सहित अन्य कई मंत्री तथा सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी मौजूद थे। कई जिलों से कांग्रेस के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता धरने एवं प्रदर्शन में शामिल हुए।
धरने को सम्बोधित करते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि केंद्र की सरकार की आरक्षण मामले में मंशा ठीक नहीं है। संघ औऱ भाजपा देश पर एजेंडा थोप रहे हैं। जो उनके एजेंडे से सहमत नहीं है वो देशद्रोही है।’
वहीं प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने अपने संबोधन में कहा, ‘पूरे देश में ऐसा वातावरण बनाए जाने की कोशिश हो रही है, जिससे एससी-एसटी आरक्षण को समाप्त किया जा सके। ये किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।’ उन्होंने कहा कि आरएसएस का जो छिपा हुआ एजेंडा था, वो एजेंडा अब सामने आ चुका है। वहीं पांडे ने राहुल गांधी की जयपुर रैली को सफल बनाने के प्रदेश कांग्रेस और जयपुर शहर कांग्रेस का आभार भी जताया।