भाजपा के तरकश से ही साधा जाएगा वसुंधरा पर चुनावी निशाना। कुल मिलकर इस बार कांग्रेस झालरापाटन से वसुंधरा राजे को कड़ी टक्कर देने के मूड में है। कांग्रेस का मानना है कि यदि वसुंधरा को उन्हीं के घर में सीमित कर दिया जाए तो इसका सियासी फायदा होगा। हालांकि, कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया ने कुछ मौकों पर राजे-दुष्यंत की जोड़ी को टक्कर देने की कुछ कोशिश जरूर की। लेकिन इस बार वह भी अंता विधानसभा क्षेत्र से चुनाव में उतारे जा चुके हैं। एक आईपीएस अधिकारी की पत्नी भी कांग्रेस के संपर्क में हैं। वह पार्टी ज्वाइन करके वसुंधरा के खिलाफ चुनाव लडऩा चाहती हैं।
वसुंधरा के खिलाफ मैदान में उतारने के लिए इस बार नए विकल्प भी तलाशे जा रहे हैं। भाजपा की दो सूचियों में टिकटों के बंटवारे के बाद अब ऐसे कई असंतुष्ट कांग्रेस नेतृत्व के संपर्क में हैं। सूत्रों के अनुसार पिछले लम्बे समय तक झालावाड़ जिले में वसुंधरा खेमे में सक्रिय रहे और हाल में दल बदल करके कांग्रेस में आए एक नेता पर भी पार्टी विचार कर रही है।
मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ मॉडल
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस बार तय किया है कि तीनों बड़े हिन्दी राज्यों में राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्रियों को उनके घर में ही घेरा जाए। मध्यप्रदेश में शिवराजसिंह चौहान के खिलाफ कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव को मौका दिया गया है। छत्तीसगढ़ में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला को मैदान में उतारा है। राजनीतिक तौर पर दोनों ही दमदार प्रत्याशी हैं।
अब तक
झालरापाटन सीट से वसुंधरा राजे पिछले तीन चुनावों में कांग्रेस प्रत्याशी रमा पायलट, मोहनलाल राठौड़ और मीनाक्षी चंद्रावत को आसानी से और बड़े अंतर से
हरा चुकी हैं।