जयपुर के मानसरोवर इलाके में रहने वाले लोकेश प्रजापति ने कहा कि टीवी देख रहे थे बैठकर, कुछ लोग अपने मोबाइल में व्यस्त थे परिवार के। अचानक लोग बाहर दौड़ने लगे और भूकंप भूकंप चिल्लाने लगे। मैं भी नीचे दौड़ गया परिवार के लोगों के साथ। कुछ ने कहा पंखे हिल रहे हैं, कुछ ने कहा बर्तन गिर गए किचन में….। रात करीब सवा दस बजे के आसपास ये झटके महसूस किए गए। करीब एक घंटे तक लोग सड़कों पर ही रहे और बाद में जाकर अपने अपने फ्लैट में सोए। जयपुर के मानसरोवर, मालवीय नगर समेत आसपास के बड़े हिस्से में झटके महसूस किए गए।
भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान बताया जा रहा है। करीब 30 सेकंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए। लोग घरों से दौड़े और उसके बाद अपने अपने परिवार के लोगों को फोन करने लगे। जयपुर मे कई जगहों पर झटके महसूस हुए। जयपुर के अलावा कोटा, सीकर, झुझुनूं, अलवर में भी लोगों का यही हाल रहा। राजस्थन समेत अन्य राज्यों में भूकंप की तीव्रता के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी, लेकिन अफगानिस्तान में आए भूकंप की तीव्रता सात प्वाइंट से भी ज्यादा मापी गई रियेक्टर पैमाने पर।
सोशल मीडिया के जरिए यह जानकारी और तेजी से फैलती चली गई। बड़ी बात ये रही कि ज्यादातर झटके मल्टी स्टोरी भवन में रहने वाले लोगों को लगे और वे ही सीढ़ियों से नीचे दौड़ते नजर आए। जयपुर के अलावा कोटा के स्टेशन, भीमगंजमण्डी, खेड़ली फाटक, नयापुरा, बारां रोड, आकाशवाणी इलाके में भूकम्प के झटके लोगों को महसूस हुए हैं।