दो घंटे चली बैठक में
राहुुल ने साफ संदेश दिया कि हर हाल में पार्टी के बूथ स्तर के कार्यकर्ता का ना सिर्फ मान-सम्मान बढऩा चाहिए बल्कि उनको संगठन में भी स्थान मिलना चाहिए। राहुल ने प्रदेश नेताओं को आपसी मतभेद भुलाकर क्लेक्टिव लीडरशिप के साथ राजस्थान में सत्ता विरोधी लहर को भुनाने का हरसंभव प्रयास करना चाहिए।
जानकारी के अनुसार कार्यकर्ताओं का मनोबल बनाए रखने के लिए बिना चेहरे के कांग्रेस झंडे के तले ही चुनाव लड़ेगी। राहुल ने प्रदेश प्रभारी को प्रदेश में आगामी 8 माह की रणनीति बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सभी नेता नम्रता के साथ जनता के बीच जाएं और संगठन को पंचायत बूथ स्तर पर मजबूत करेें।
संगठन में युवा नेतृत्व को तरजीहराहुल ने बैठक में कहा कि हर नेता-कार्यकर्ता यह सुनिश्चित कर लें युवा जोश और अनुभवी लीडरशिप का फायदा हर हाल में पार्टी को मिलना चाहिए। इसके लिए प्रदेश संगठन में युवाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए सभी नेताओं को खुले मन से आगे आकर मेहनत करनी चाहिए। साथ ही संगठन में सभी समाज, महिला, एससी, एसटी, अल्पसंख्यकों, पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग को उचित प्रतिनिधित्व दिया जाए। राहुल गांधी ने बैठक में कहा कि चुनाव प्रचार की आगामी रणनीति बनाकर जल्द ही प्रचार शुरू करने पर भी चर्चा की है। राहुल ने विधानसभा के साथ.साथ लोकसभा चुनाव को भी
ध्यान में रखने को कहा।
बैठक के बाद राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने पत्रिका संवाददाता कुमार कुंदन से बातचीत की- सवाल-बैठक में क्या फैसला लिया गया?
जवाब- राहुल गांधी जी के नेतृत्व में सामूहिक रुप से पार्टी चुनाव प्रचार में उतरेगी। साथ ही मेरा बूथ मेरा गौरव कार्यक्रम को हर विधानसभा तक जल्द से जल्द पहुंचाया जाएगा। जिला स्तर पर किसान सम्मेलन किया जाएगा।
सवाल- सीनियर नेताओं के बीच मतभेद कैसे दूर किया जाए इस पर भी चर्चा हुई? जवाब- जहां तक मतभेद की बात है वो बीजेपी का प्रोपेगेंडा है अगर पार्टी में किसी भी तरह का मतभेद होता तो हम प्रचंड बहुमत से नहीं जीतते।