किसानों ने पिछले साल खरीफ सीजन की बुवाई के लिए लिया करीब 4400 करोड़ रुपए का फसली ऋ ण जनवरी माह के शुरूआती दिनों तक नहीं चुकाया है। कर्जमाफी की घोषणा के बाद रिकवरी की रफ्तार थम सी गई है।
सरकार की ओर से मुख्य सचिव डी.बी. गुप्ता ने पिछले साल 19 दिसंबर को किसानों की कर्जमाफी के संबंध में आदेश जारी किया था। इसके बाद सरकार तेलंगाना, कर्नाटक समेत अन्य कई राज्यों में कर्जमाफी का अध्ययन कर कर्जमाफी की योजना को साकार करने में जुटी हुई है।
मिली जानकारी के मुताबिक पिछले साल जून तक किसानों पर 5639 करोड़ रुपए का खरीफ का ओवरड्यू था। इसमें से 4369 करोड़ की वसूली सहकारी बैंकों में हो चुकी हैं। जबकि पिछले साल जून तक किसानों ने 8470 करोड़ रुपए का नया फसली ऋ ण लिया था, लेकिन माह के शुरूआती दिनों तक इसमें से सिर्फ चार हजार करोड़ रुपए के कर्ज की ही रिकवरी हो पाई है। इस तरह किसानों पर 4464 करोड़ रुपए बकाया चल रहे हैं।
मिली जानकरी के मुताबिक राज्य के अलवर, भरतपुर, डूंगरपुर, नागौर, सवाईमाधोपुर, बांसवाड़ा, बाड़मेर, चित्तौडगढ़़, झुंझुनू, सीकर जिले के किसानों ने पिछले साल लिए गए खरीफ फसली ऋ ण की 30 फीसदी राशि तक बैंकों को नहीं चुकाई है। अन्य जिलों में भी किसानों पर बकाया की अलग-अलग स्थितियां हैं।