गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में अगले साल यानी वर्ष 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। संभावना है कि मार्च-अप्रैल के महीने में इन राज्यों में चुनाव हो सकते हैं। अभी इन पांच राज्यों में से चार में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, जबकि पंजाब में कांग्रेस की सरकार है।
ये रहेंगे साथ-साथ
भाजपा आलाकमान ने सभी 5 राज्यों के चुनाव प्रभारियों के साथ सह-प्रभारी भी नियुक्त किये हैं। पंजाब चुनाव के लिए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, मीनाक्षी लेखी और लोकसभा सांसद विनोद चावड़ा को सह-प्रभारी नियुक्त किया गया है।
इसी तरह से मणिपुर चुनाव के लिए चुनाव प्रभारी बनाये गए केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के साथ केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक और असं सरकार के कैबिनेट मंत्री अशोक सिंघल को सह-प्रभारी लगाया गया है।
दोनों प्रभारियों के लिए चुनौती बड़ी
पंजाब और मणिपुर राज्यों के चुनाव प्रभारी बनाये गए राजस्थान के सांसदों गजेंद्र सिंह शेखावत और भूपेंद्र सिंह के सामने अलग-अलग तरह की चुनौतियां रहेंगी। शेखावत पर जहां पंजाब में कांग्रेस शासन का तख्तापलट करने की चुनौती रहेगी, तो वहीं भूपेंद्र यादव के सामने मणिपुर में भाजपा की सरकार को बचाये रखने का ज़िम्मा होगा। हालांकि शेखावत और यादव दोनों ही पार्टी के अनुभवी और वरिष्ठ रणनीतिकारों में से एक रहे हैं और कई बार पार्टी की उम्मीदों पर खरे भी उतरे हैं।
इन्हें भी बनाया गया चुनाव प्रभारी
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को उत्तर प्रदेश का चुनाव प्रभारी लगाया गया है, जबकि उत्तराखंड के लिए पार्टी ने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी पर भरोसा जताया है। इसके अलावा महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को गोवा चुनाव के लिए पार्टी का प्रभारी बनाया गया है।