एबीवीपी ने जहां महासचिव पद पर अरूण शर्मा और संयुक्त सचिव पद पर किरण मीणा को टिकट दिया है। वहीं एनएसयूआई ने उपाध्यक्ष पद पर प्रियंका मीणा, महासचिव पद पर महावीर गुर्जर और संयुक्त सचिव पद पर लक्ष्मी प्रताप खंगारोत को उम्मीदवार घोषित किया है। इसके साथ ही दोनों संगठनों से बगावत के सुर भी उठने लगे हैं। एनएसयूआई से मुकेश चौधरी और एबीवीपी से नितिन शर्मा ने विश्वविद्यालय में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के सामने खड़े होकर निर्दलय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। यह बगावत दोनों संगठनों के लिए चिंता खड़ी कर रही है।
एनएसयूआई में बगावत, प्रत्याशी पर फर्जी डिग्री लेने के आरोप अध्यक्ष के लिए दावेदारी कर रहे एनएसयूआई के मुकेश चौधरी ने आरोप लगाया है कि संगठन ने इस पद पर ऐसे प्रत्याशी को टिकट दिया है जो बाहरवीं पास है। एनएसयूआई के अध्यक्ष प्रत्याशी ने 2010 में राजस्थान विवि में एडमिशन लिया। 2016 तक विवि में रहा। यूनिवर्सिट से 2019 में माइग्रेशन काटा गया। इस बीच वह एक विवि से फर्जी डिग्री ले आया। उसके आधार पर नए सिरे से राजस्थान विवि में एडिमिशन दे दिया गया।