वहीं अलवर जिले में होने वाली हल्की बारिश रबी सीजन में बुवाई की गई गेहूं, जौ और चना के लिए अमृत के समान है। क्योंकि बारिश होने से फसलों में पानी की पूर्ति हो सकेगी और लम्बे समय तक नमी बनी रहेगी। वहीं, सरसों की फसल के लिए बारिश नुकसान का सौदा हो सकती है। जिले में इस समय सरसों की फसल पक चुकी है और कई क्षेत्रों में कटाई भी शुरू हो गई है। ऐसी स्थिति में बारिश और ओले गिरने से नुकसान हो सकता है।
आगे क्या
मौसम केन्द्र जयपुर के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पिछले 24 घंटे में बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू व झुंझनूं जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश दर्ज की गई है। सर्वाधिक बारिश हनुमानगढ़ में 5 मिमी दर्ज हुई है। राज्य के उत्तरी भागों में हल्की बारिश होने की संभावना है। शेष भागों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहेगा। 3-4 फरवरी को एक और नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से जोधपुर, बीकानेर, जयपुर, भरतपुर संभाग के कुछ भागों में मेघगर्जन के साथ हल्के से मध्यम बारिश होने की प्रबल संभावना है।