मौसम विभाग जयपुर केंद्र के अधिकारियों के मुताबिक इस बार नवंबर के पहले सप्ताह से ही सर्दी की शुरुआत हो जाएगी और फरवरी तक पूरे 4 महीने रहेगी। इसमें करीब 75 दिन कड़ाके की ठंड के रह सकते हैं। इस बार सर्दी के मौसम पर ला नीना प्रभाव खास असर दिखाएगा।
समुद्री सतह का तापमान मध्य पूर्वी प्रशांत महासागर में सामान्य से कम है। आने वाले महीनों में भूमध्य रेखीय समुद्र सतही तापमान के कारण ला नीना के ज्यादा असरदार रहने की संभावना है। इसलिए दिसंबर के दूसरे पखवाड़े, जनवरी और फरवरी की शुरुआत में जोरदार सर्दी रहने की संभावना है।
प्रमुख जगहों का तापमान:
सोमवार सुबह राजधानी जयपुर का मौसम साफ रहा। हालांकि अब शाम के साथ—साथ सुबह के तापमान में अब गिरावट का दौर जारी है। आज सुबह का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अन्य दिनों के मुकाबले इसमें 1.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा अन्य जगहों पर तापमान में गिरावट का दौर जारी है।
बीती रात का राजधानी का अधिकतम तापमान 33.8 और न्यूनतम तापमान 20.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा प्रदेश में सबसे ज्यादा फलौदी का 37.2, चुरू का 37.1,श्रीगंगानगर का 35.3, भीलवाड़ा का 35.0, वनस्थली का 35.2, पिलानी का 35.7 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। वहीं सबसे कम तापमान चुरू का 14.5, पिलानी का 13.6 और श्रीगंगानगर का 16.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम रहेगा साफ:
मौसम विभाग के मुताबिक आगामी पांच दिनों में प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में मौसम साफ और शुष्क रहेगा। दिन व रात के पारे में गिरावट के साथ ही अब मौसम बदलने लगा है। अन्नदाता रबी फसलों की बुआई में जुट गए हैं। साथ ही नवंबर की शुरूआत तक सरसों व चने की बुआई, गेहूं व जौ की बुआई नवंबर के अंत तक की जा सकेगी।