राठौड़ से पहले केंद्रीय जलशक्ति मंत्री व जोधपुर सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत को भी भाजपा आलाकमान ने मिशन ‘पश्चिम बंगाल फतह’ में महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी दी हुई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ‘गढ़’ में पार्टी पक्ष में माहौल बनाने के लिए वे बीते कई दिनों से प्रचार और जनसंपर्क अभियान में सक्रीय हैं। बंगाल प्रवास के दौरान ‘फील्ड’ में उतरकर अपना पूरा दम-ख़म लगाते दिख रहे हैं।
पश्चिम बंगाल की कुल 294 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होने हैं। सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी रणनीति के दम पर चुनाव जीतने की जद्दोजहद में जुटी हैं। भाजपा केंद्रीय संगठन ने भी बंगाल की ऐसी करीब 100 सीटों को चुना है जहां फोकस करके सत्ता तक पहुंचा जा सकता है। इन्हीं सीटों पर मजबूत रणनीति बनाने के लिए फिलहाल 22 नेताओं को महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी दी जा रही है।
जयपुर ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भले ही मोदी कैबिनेट में शामिल नहीं हैं, लेकिन भाजपा का केंद्रीय संगठन लगातार उनपर विश्वास कायम रखे हुए है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राठौड़ को अपनी टीम में राष्ट्रीय प्रवक्ता की अहम् ज़िम्मेदारी दी ही है। अब उनपर पश्चिम बंगाल के ‘अति-महत्वपूर्ण’ चुनाव में भी पार्टी ने विश्वास जताया है।
भाजपा ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंकी हुई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की धूंआधार रैलियाँ जारी है। पार्टी की कोशिश कई ऐसे चेहरों को भी चुनाव अभियान में उतारने पर हैं जो चर्चित राजनेता हों। ऐसे में माना जा रहा है कि भाजपा आलाकमान राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री व पार्टी की मौजूदा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे को भी प्रचार अभियान में उतार सकती है।