वहीं, रक्षाबंधन में कुछ ही दिन शेष होने पर पुरोहित जी का कटला, परकोटे सहित अन्य बाजारों में राखियों की दुकानें सजने लगी हैं। व्यापारियों ने बताया कि इस बार चीन निर्मित राखियों का बहिष्कार किया है। इससे दाम में करीब 10 से 20 फीसदी की वृद्धि हुई है। वहीं, धीरे-धीरे रौनक लौटेगी।
पुरोहित जी का कटला, त्रिपोलिया बाजार, नाहरगढ़ रोड, राजापार्क, मालवीय नगर, सांगानेर सहित अन्य क्षेत्रों के बाजार राखी से सज गए हैं। पुरोहित जी कटला के दुकानदार राजेन्द्र मदान ने बताया कि बच्चों के लिए इस बार टिकटॉक व पब्जी वाला भाई की रााखियां खास है। टेडी बीयर, स्पाइडर मैन के साथ ही म्यूजिकल राखियां, डोरेमोन सहित अन्य कार्टून कैरेक्टर व बैंड चश्मा वाली राखी भी ग्राहकों को आकर्षित कर रही है। इन सबके बीच कोरोना ब्वॉय भी खास बना हुआ है। बारीक स्टोन मेटल, चांदी की अमेरिकन डायमंड निर्मित राखियां नई हैं, जिनकी कीमत 500 से 1000 रुपए के बीच है।
बाजार में इस बार ग्राहक स्वदेशी राखियों को पसंद कर रहे है। चीन की राखियों में डाई किया हुआ धागा इस्तेमाल होता है, जो तुरंत रंग छोडऩे लगता है। भारतीय राखियों में इस्तेमाल होने वाला धागा रंग नहीं छोड़ता है। राखियों की कीमत 10 से 500 रुपए तक है।