गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने आरसीए चुनाव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत के खिलाफ ताल ठोक दी थी। इस दौरान डूडी ने चुनाव में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग और वैभव गहलोत के खिलाफ खुलकर बयान भी दिए थे। हालांकि चुनाव नतीजे वैभव के पक्ष में आये और वो आरसीए अध्यक्ष बन गए।
पांच कांस्टेबल सस्पेंड, बदले में नए लगाए आरसीए चुनाव के बीच डूडी की सुरक्षा हटाए जाने की फैली अफवाहों के बाद स्थिति साफ़ हुई। सामने आया कि डूडी की सुरक्षा में तैनात पांच कॉन्स्टेबलों पर कुछ पुलिसकर्मियों के साथ किये गए दुर्व्यवहार प्रकरण की वजह से कार्रवाई हुई है। जयपुर कमिश्नरेट की ओर से प्रकरण में जांच के बाद इन पांच कॉन्स्टेबलों को दोषी पाया गया। इसके बाद इन कॉन्स्टेबलों को सस्पेंड करने के आदेश जारी किये गए।
इधर, डूडी की सुरक्षा में तैनात पांच कॉन्स्टेबलों को सस्पेंड करने के साथ ही उनकी जगह पांच नए कॉन्स्टेबलों को तैनात कर दिया गया। एडिशनल कमिश्नर अजयपाल लांबा ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि एडीशनल डीसीपी स्तर के अधिकारी को सस्पेंड करते हुए पुलिसकमिर्यों के खिलाफ जांच सौंपी है।
पिछले महीने ही बढ़ाई गई थी सुरक्षा
पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी की सुरक्षा पिछले महीने ही बढ़ाई गई थी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश के बाद ही डूडी की सुरक्षा व्यवस्था में इजाफा किया गया था। वहीं डूडी को हरियाणा के एक गैंग के द्वारा जान से मारने की धमकी देने के मामले की जांच राज्य सरकार ने एसओजी को सौंपी दी थी।
गहलोत से मिलकर मांगी थी सिक्योरिटी
डूडी ने मुख्यमंत्री गहलोत से मुलाकात करके खुद को जान का खतरा बताते हुए उन्हें सुरक्षा दिए जाने का आग्रह किया था। दरअसल हरियाणा की सिरसा पुलिस की गिरफ्त में आए गैंग के बदमाशों ने रामेश्वर डूडी की हत्या की साजिश का खुलासा किया था।
डूडी को मारने की साजिश का हुआ था खुलासा सिरसा पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिसमें से एक बीकानेर का रहने वाला है। दोनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उनकी योजना रामेश्वर डूडी की गोली मारने की थी। पुलिस ने इनके पास से अवैध हथियार भी बरामद किए थे। गैंग के इस खुलासे के बाद राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया।
आनंदपाल की फरारी के समय भी बढ़ाई थी डूडी की सुरक्षा
डूडी की सुरक्षा इससे पहले पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार के कार्यकाल के दौरान भी बढ़ाई गई थी। तब कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल पुलिस की गिरफ्त से फरार हुआ था। आनंदपाल से जान का खतरा होने के इनपुट्स के बाद उस समय भी राज्य सरकार ने डूडी की सुरक्षा बढ़ाते हुए उन्हें पुलिस एस्कॉर्ट उपलब्ध कराई थी।