अभाव को बनाया ताकत
पलक ने बताया कि वह पढ़ाई पूरी कर आईएएस बनना चाहती हैं। परिवार की सीमित आय व अभावों को ही पलक ने अपनी ताकत बनाया। पढ़ाई में पलक की लगन को देखते हुए उसके फूफा महावीरसिंह झाझडिय़ा ने जिम्मा उठाया। बलरिया निवासी महावीरसिंह ने सरस्वती स्कूल के निदेशक बीरबलसिंह से पलक को मिलवाकर प्रवेश दिलवाया। पलक ने बताया कि उसने पूरे साल रोजाना 5 घंटे नियमित पढ़ाई की। पलक का छोटा भाई प्रवेश कुमार ने इस वर्ष 10वीं कक्षा की परीक्षा दी है।
RBSE 12th Arts Result 2023: मनरेगा मजदूर के बेटे ने किया टॉप, आए 99 प्रतिशत अंक, जानें सफलता का राज
विषय प्राप्तांक
अर्थशास्त्र 100
भूगोल 100
अंग्रेजी 100
हिंदी साहित्य 93
अनिवार्य हिंदी 98
491/500