बेनीवाल ने कहा कि लोगों का मेरे ऊपर दबाव था कि आप पार्टी बनाओ। हमें तीसरा विकल्प दो। नहीं तो हम वोट कहां डालेंगे। राजस्थान को वर्षों से कांग्रेस और भाजपा लूट रही है और 20 साल से वसुंधरा व गहलोत राजस्थान को लूट रहे हैं। हमें ऐसा राजस्थान चाहिए जहां रात को 12 बजें भी सड़क पर हमारी बहन—बेटी सुरक्षित निकल सके। भ्रष्टाचार खत्म हो। अधिकारियों की गुंडागर्दी खत्म हो। हमें नया लोकतंत्र चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने इसीलिए नई पार्टी ‘राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी’ का गठन किया है और अब वो दिन दूर नहीं है जब राजस्थान की सत्ता के शिखर पर किसान और जवानों का कब्जा होगा।
बेनीवाल ने कहा कि इस साल बड़ा धमाका होगा, जिसका किसी को अंदाजा भी नहीं होगा। उन्होंने कहा कि इस समय भाजपा का माहौल बहुत खराब है, लेकिन कांग्रेस जो हवा में है हम उसको भी ठीक कर देंगे। बेनीवाल ने कहा कि घनश्याम तिवाड़ी मंत्र पढ़कर भूत—भूतनी (गहलोत और वसुंधरा) को एक बोतल में बंद कर देंगे और पायलट जो कि यूपी का रहने वाला है राजस्थान का सीएम बनना चाहता है। हम उसे भी आसानी से प्रदेश का सीएम नहीं बनने देंगे।
बेनीवाल ने कहा कि वसुंधरा ने सभी जातियों को लड़ाने का काम किया है वो झगड़ा हमने होने ही नहीं दिया। हम दीवार बनकर हम खड़े हो गए। अब हम चाहते है कि सभी जातियों का प्रतिनिधित्व हमारी पार्टी और गठजोड़ में हो। लोगों को ऐसा न लगे कि एक जाति के लोग हमारी पार्टी में हैं। बेनीवाल ने कहा कि उनको पूरी उम्मीद है कि इस बार राजस्थान बदलेगा। सीएम दावेदारी पर बेनीवाल ने कहा कि वे सीएम बनने के लिए लड़ाई नहीं लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर मुझे मंत्री बनने का लालच होता तो मैं 15 साल पहले ही कांग्रेस और भाजपा के हाथ जोड़कर दो—तीन बार दल बदलकर मंत्री बन गया होता।
लेकिन मैंने प्रदेश के अंदर परिवर्तन की लड़ाई लड़ी है। मैं चाहता हूं कि युवाओं और जवानों के सपनों का राजस्थान बने। जिसकी गौर गाथाएं गाईं जाती हैं। उन्होंने कहा कि अगर अब भी कोई कप्तानी करने आए तो मैं पीछे हट सकता हूं। कोई दूल्हा बने तो मैं बाराती भी बन सकता हूं, लेकिन क्या करें कोई मजबूत लड़ाका सामने ही नहीं आ रहा। अब घनश्याम तिवाड़ी आएं हैं। बीएसपी आ जाएगी, सारे आ जाएंगे तो हम मिल बैठकर तय कर लेंगे। ये कोई इश्यू नहीं है कि सीएम कौन बने। गठबंधन के बाद तय होगा कि कौन कहां से लड़ेगा और कितनी सीट लेगा। ये हम जल्दी ही तय कर देंगे।