जनवरी 2021 में जयपुर, अजमेर, अलवर, फरवरी में जोधपुर, उदयपुर, कोटा और जून में बीकानेर, भरतपुर और सीकर आरटीओ क्षेत्र के सभी उडऩदस्तों को मशीनें उपलब्ध कराई गई हैं। अगले सप्ताह पाली, चित्तौड़गढ़ और दौसा आरटीओ के उड़नदस्तों को मशीनें मिलेगी।
परिवहन आयुक्त महेंद्र सोनी ने शुक्रवार को बीकानेर, सीकर और भरतपुर के परिवहन उडऩदस्तों के लिए पोस मशीनों से ई-चालान से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कराया। साथ ही तीनों जिलों के उडऩदस्तों को पोस मशीन वितरित कर ई-चालान प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए।
पोस मशीन से ऐस होगा फायदा
पोस मशीनों के जरिए जहां चालान प्रक्रिया पेपरलैस होगी, वहीं विभाग के कामकाज में पारदर्शिता भी आएगी। ऑनलाइन होने से चालान मैन्युअली भरने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसमें प्रत्येक चालान की नियमित जानकारी रियल टाइम में विभाग को प्राप्त होगी।
इससे ना ही उड़नदस्तों को और ना ही वाहन चालकों को नकद राशि साथ रखनी पड़ेगी। इस मशीन से बनाए गए चालान के क्रमांक नंबर देखकर वाहन मालिक अपने घर बैठे भी चालान राशि जमा करा सकता है। नेटवर्क नहीं मिलने पर भी चालान बन सकते हैं।
अभी डेबिट, क्रेडिट कार्ड से भुगतान, आगे यूपीआई भी
पोस मशीन से बनाए गए चालान पर वाहन चालक को डेबिट, क्रेडिट कार्ड के साथ नकद राशि से भी जुर्माना जमा कराने की सुविधा मिलेगी। आगे यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) से भी जोड़ा जाएगा।