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जयपुर

खाड़ी देशों में बढ़ीं रेतीली आंधियां, नारंगी होने लगा ‘नीला आसमान’

पर्यावरण: बार-बार पड़ने वाले सूखे और जमीन में पानी की कमी का असर

जयपुरMay 26, 2022 / 12:58 am

Aryan Sharma

खाड़ी देशों में बढ़ीं रेतीली आंधियां, नारंगी होने लगा 'नीला आसमान'

खाड़ी देशों में बढ़ीं रेतीली आंधियां, नारंगी होने लगा ‘नीला आसमान’

बगदाद. बार-बार पड़ने वाले सूखे, जमीन में पानी की कमी और कम बारिश के कारण खाड़ी देशों में रेत की आंधियों का सिलसिला बढ़ गया है। दो दिन पहले इराक, कुवैत, सीरिया और ईरान समेत मध्य पूर्व के कुछ इलाकों में ऐसी ही भयंकर आंधी ने जन-जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। इस दौरान काफी देर तक इन इलाकों का आसमान नारंगी बना रहा। कई सार्वजनिक स्थानों और हवाई अड्डों को अस्थायी तौर पर बंद करना पड़ा। इस साल अप्रेल मध्य के बाद इराक में नौवीं बार रेतीला तूफान आया। इराक के स्वास्थ्य मंत्री के प्रवक्ता सैफ अल-बद्र के मुताबिक तूफान के कारण हजारों लोगों को सांस लेने में दिक्कत हुई। करीब एक हजार लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
इराक की सरकार ने खराब मौसम को देखते हुए स्वास्थ्य और रक्षा सेवाओं के अलावा सभी सरकारी संस्थाओं को बंद करने का आदेश दिया। लोगों से घरों में रहने और बाहर निकलते समय चेहरे पर सर्जिकल मास्क पहनने की अपील की गई। रेतीले तूफान के कारण कुवैत में भी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सभी उड़ानें निलंबित कर दी गईं। कुवैत फुटबॉल एसोसिएशन को खराब मौसम के कारण आमिर कप का फाइनल मैच स्थगित करना पड़ा।

यूएई में विजिबिलिटी बेहद कम
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के अल हमरा और उम अल शेफ में मंगलवार को विजिबिलिटी सौ मीटर से भी कम थी। वहां विशेषज्ञों ने इस हफ्ते देश के बड़े हिस्से में धूल भरी आंधी से स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों की चेतावनी दी है। पिछले महीने इराक के पर्यावरण मंत्रालय ने चेतावनी दी थी कि इराक को इस साल 272 दिन तक रेतीली आंधियों का सामना करना पड़ सकता है।

इस बार मार्च से लगातार
मध्य पूर्व के देशों में रेतीली आंधियां गर्मी और बसंत के मौसम में आती हैं, लेकिन इस बार मार्च से ऐसी आंधियां लगातार आ रही हैं। अमरीकी अंतरिक्ष संगठन (नासा) के मुताबिक इस मौसम में सूखी उत्तर-पश्चिमी तेज हवाएं रेत साथ लेकर चलती हैं। इससे मध्य पूर्व के कई देशों में रेतीली आंधियां आती हैं।

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