पंडित दीक्षित के अनुसार जीवन में जब भी कोई बडी परेशानी सामने आए, कोई संकट सामने दिख रहा हो और उससे बचने का कोई उपाय नजर नहीं आ रहा हो तब गणेशजी की शरण में चले जाना ही श्रेयस्कर होगा। संकटनाशन गणेश स्तोत्र का विधि विधान से पाठ करें तो यह परेशानी निश्चित रूप से खत्म हो जाएगी। शुक्ल पक्ष के पहले बुधवार या अन्य किसी बुधवार को सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि कर गणेशजी की पूजा करें। उन्हें दूर्वा जरूर अर्पित करें। इसके बाद भगवान गणेश् के विग्रह के सामने संकटनाशन गणेश स्तोत्र का पाठ करें। पाठ शुरु करने के पहले और पाठ समाप्ति के बाद गणेशजी से आसन्न संकट खत्म करने की प्रार्थना करें। ऐसा लगातार चालीस दिनों तक करें। इस पाठ में बमुश्किल 5 मिनिट लगते हैं पर चालीस दिनों तक पूरी श्रदृधा से यह पाठ करने पर इसके परिणाम से आप खुद ब खुद अवगत हो जाएंगे। याद रखिए, मंत्र जाप या स्तोत्र पाठ में श्रदृधा और विश्वास सबसे आश्वयक अंग हैं। इसके अभाव में सफलता मिलना संभव नहीं है।