वेल्थ मैनेजमेंट के प्रति उन्हें अब अधिक डायनेमिक और फ्लेक्सिबल दृष्टिकोण अपनाना होगा। अब लम्बे समय के निवेश के स्थान पर शार्ट और मिड टर्म निवेश के अवसरों पर ध्यान लगाना होगा ।भविष्य में दो स्तरों पर कार्य किया जाना चाहिए। पहला परिवार के लिए सुरक्षा चक्र तैयार करना और दूसरा अधिकतम निवेश प्राप्त करना। बीमा को प्राथमिकता देना जिसमें मेडिक्लेम, दुर्घटना बीमा और जीवन बीमा तीनों को ही शामिल किया जाना चाहिए। दूसरा आवासीय प्रॉपर्टी का इंतजाम करना भी सुरक्षा चक्र की प्राथमिकता रहेगी।
अधिकतम रिटर्न प्राप्त करने के लिए पुराने अटके निवेश को मुक्त कर नए सिरे से उसकी प्लानिंग की जानी चाहिए। याद रखना होगा कि कोविड बाद के युग में व्यक्ति को अपना स्वयं का मालिक, इन्वेस्टमेंट मैनेजर और वित्तीय सलाहकार सबकुछ खुद ही बनना होगा।
संदीप घोष
बिजनेस लीडर, मार्केट एक्सपर्ट