सुकर्मा योग के स्वामी सूर्य हैं. यही कारण है कि इस योग में जन्म लेनेवाले राजनीति में गहरा लगाव रखते हैं। प्रायः ऐसे व्यक्ति सरकारी नौकरी में रहते हैं या उच्चस्तर के व्यापारी, उच्च कोटि के इंजीनियर या वास्तुविद भी बनते हैं। सुकर्मा योग में जन्मे लोगों का चेहरा चौकोर होता है। इनके हाथों की उंगलियां पतली और कलाकारी से पूर्ण होती हैं। रोचक बात यह भी है कि ऐसे लोगों को भूख खूब लगती है। इन्हें जीवन में धन की कोई कमी नहीं होती।
ज्योतिषाचार्य पंडित सोमेश परसाई बताते हैं कि इन्हें हमेशा प्रचुर धन प्राप्त होता रहता है। इन पर दैवीय कृपा रहती है और इन्हें सभी सुख मिलते हैं। ऐसे लोगों के प्रतिद्वंदी या विरोधी कुछ अजीब किस्म के रहते हैं। ऐसे विरोधियों से भी ये लोग आखिरकार पार पा लेते हैं। सुकर्मा योग में जन्म लेनेवाले अपने जीवनसाथी को हर तरह से संतुष्ट रखते हैं। येन-केन-प्रकारेण जीवनसाथी को खुश कर देते हैं। इसके बाद भी ऐसे जातकों का विपरीत यौन संबंधों की ओर प्रबल आकर्षण होता है।
इस योग की सबसे बडी विशेषता यह है कि इस योग के दौरान प्रारंभ किए गये कार्यों में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आती है। इस योग में प्रारंभ किए गए कार्य शुभफलदायक और सफल होते हैं। खास बात यह है कि 7 जनवरी 2021 को भी यह योग बन रहा है। गुरूवार को दिनभर यह योग बना रहेगा। इस दिन सूर्याेदय से देर रात तक सुकर्मा योग बना रहेगा। पंचांग के अनुसार गुरूवार को रात 9 बजकर 15 मिनट तक यह योग रहेगा। इसके उपरांत धृति योग प्रारंभ होगा।