बाद में जब देर रात करीब डेढ़ बजे महेन्द्र को परिवार वालों ने देखा तो तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया। बताया जा रहा है कि महेन्द्र के हाथ में कैंची थी जो गले में जा धंसी। गले से बहुत ज्यादा खून रिसने के कारण मौके पर ही महेन्द्र की मौत हो गई थी। पुलिस ने मर्क दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस मौत के बारे में जब ग्रामीणों को जानकारी मिली तो ग्रामीण भी सोचने को मजबूर हो गए।
बुधवार को पूरे दिन गांव और आसपास के क्षेत्र में इसे लेकर चर्चा होती रही कि किस तरह से महेन्द्र डूम की जान चली गई। परिवार वाले भी दिनभर परेशान रहे कि जब यह हादसा हुआ उस समय महेन्द्र की मदद के लिए वहां कोई नहीं था। बाद में जब मदद की गई तब तक बेहद देर हो चुकी थी। पुलिस और चिकित्सक भी इसे लेकर ही बातें करते रहे।