बता दे सुषमा स्वराज का जन्म 14 फरवरी, 1952 को अम्बाला छावनी में हुआ था। उन्होंने एस॰डी॰ कालेज अम्बाला छावनी से बी॰ए॰ तथा पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से कानून की डिग्री ली। 13 जुलाई 1975 को उनका विवाह स्वराज कौशल के साथ हुआ, स्वराज कौशल सर्वोच्च न्यायालय में उनके सहकर्मी और साथी अधिवक्ता थे। कौशल बाद में 6 साल तक राज्यसभा में सांसद रहे, और इसके अतिरिक्त वे मिजोरम प्रदेश के राज्यपाल भी रह चुके हैं। उनकी एक पुत्री है उसका नाम बांसुरी है। वो लंदन के इनर टेम्पल में वकालत कर रही हैं।
सुषमा स्वराज को साल 2009 में भाजपा द्वारा संसद में विपक्ष की नेता चुना गया था। इस नाते वे भारत की 15 वीं लोकसभा में प्रतिपक्ष की नेता रही हैं। इसके पहले भी वे केन्द्रीय मन्त्रिमण्डल में रह चुकी थी वहीं दिल्ली की मुख्यमंत्री भी रही। वे सन 2009 के लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा के 19 सदस्यीय चुनाव-प्रचार-समिति की अध्यक्ष भी रही थीं। आज उन्हे जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उन्हें याद करते हुए असाधारण नेता बताया है। स्वराज ने मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान विदेश मंत्री का पद संभाला था। स्वास्थ्य कारणों की वजह से उन्होंने 2019 में चुनाव नहीं लड़ा।
सुषमा स्वराज भारत की राजनीति का एक ऐसा नाम था जिनके जैसा लोग बनना चाहते थे। उनका व्यक्तित्व, हिंदी और संस्कृत पर पकड़, राजनीति की समझ, लोगों को साथ लेकर चलने की कला जैसे तमाम गुण उनमें विद्यमान थे। वो अचानक से राजनीति में नहीं आई बल्कि पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने पहले जयप्रकाश नारायण के आन्दोलन में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।