टेस्ला का दावा है कि सिंगल मोटर रियर-व्हील ड्राइव सिंगल चार्ज पर 400 किलोमीटर से ज्यादा दूर तक चल सकेगा, वहीं ड्यूल मोटर ऑल-व्हील ड्राइव फुल चार्ज पर 480 किलोमीटर से ज्यादा दूर चलेगा। ट्राई मोटर ऑल-व्हील वेरिएंट सिंगल चार्ज पर 800 किलोमीटर से ज्यादा दूर चलेगा। साइबरट्रक का एंट्री लेवल वेरिएंट 6.5 सेकंड्स से कम समय में 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ लेगा। वहीं, सेकंड वेरिएंट 4.5 सेकंड में और थर्ड वेरिएंट महज 2.9 सेकंड में यह रफ्तार पकड़ लेगा। टेस्ला के साइबरट्रक (Cybertruck) में 17 इंच का टचस्क्रीन टैबलेट दिया गया है, जिससे कार के सभी फंक्शंस का एक्सेस किया जा सकता है। कार्गो बे की लेंग्थ 6.5 फुट और स्टोरेज स्पेस करीब 100 क्यूबिक फुट का है। इस ऑल-इलेक्ट्रिक पिक-अप ट्रक का ग्राउंड क्लीयरेंस 406 mm है और इसमें एडॉप्टिव एयर सस्पेंशन दिए गए हैं। टेस्ला के साइबरट्रक का सीरीज प्रोडक्शन 2021 के आखिर में शुरू होगा और 2022 की शुरुआत में इसकी डिलीवरी चालू हो जाएगी।
इलेक्ट्रिक व्हीकल होने के कारण साइबरट्रक का डिजाइन काफी आकर्षक है और यह किसी कॉम्बेट व्हीकल यानी युद्धक वाहन की तरह नजर आता है। टेस्ला का कहना है कि साइबरट्रक की बॉडी अल्ट्रा हार्ड कोल्ड-रोल्ड स्टेनलेस स्टील की बनी है। पूरी तरह से लौह आवरण में ढके और मिलिट्री ट्रक जैसे पहियों वाले इस व्हीकल को देखने पर लोगों ने इसे कॉम्बेट व्हीकल ही समझा। साइबरट्रक में कैब और बेड को अलग—अलग डिजाइन करने की बजाए एक फुलबॉडी शेप में डिजाइन किया गया है। एलन मस्क ने बताया कि इसमें वही धातु उपयोग में ली गई है जो स्पेसएक्स रॉकेट को बनाने में इस्तेमाल की गई है। इसकी खूबियों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि इसे बनाने में इस्तेमाल मैटल की वजह से साइबरट्रक एक बुलेटप्रूफ पिकअप ट्रक होगा। इस धातु इतनी मजबूत है कि 9 मिलीमीटर की हैंडगन समेत छोटे आग्नेयास्त्रों का इस पर कोई असर नहीं पड़ेगा।