इस इलाके की तीन में से दो सीट कांग्रेस और एक भाजपा के पास है । तीसरी सीट पर भाजपा प्रत्याशी की जीत एक हजार से भी कम मतों से हुई थी। कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तीन दिन से जयपुर के अलग-अलग इलाकों में सभाएं कर मतदाताओं को साधने की कोशिश कर रहे हैं। पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी मंगलवार को जयपुर के खो नागोरियान इलाके में सभा की। भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा अपने विधानसभा क्षेत्र सांगानेर के मानसरोवर में रोड शो कर चुके हैं।
भाजपा के लिए परकोटे की तीन सीटें चुनौती
कभी भाजपा के लिए आसान रहा परकोटा क्षेत्र अब मुश्किल बनता जा रहा है। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में यहां की तीनों सीट कांग्रेस के पक्ष में चली गई थीं। वर्ष 2023 के चुनाव में भी भाजपा को बड़ी राहत नहीं मिली और तीन में से दो कांग्रेस के खाते में चली गई। तीसरी सीट भी भाजपा बड़ी मुश्किल से जीत पाई। भाजपा इस बार यहां बढ़त लेने की कोशिश में जुटी हुई हैं।
कांग्रेस की मुश्किल बने तीन भाजपाई गढ़
जयपुर सीट परंपरागत तौर पर भाजपा का गढ़ मानी जाती है। गिरधारीलाल भार्गव यहां से लगातार सांसद रहे। उनके निधन के बाद वर्ष 2009 में हुए चुनाव में कांग्रेस के महेश जोशी ने भाजपा के घनश्याम तिवाड़ी को हराकर इस सीट को भाजपा से छीन ली। लेकिन, वर्ष 2014 और 2019 के चुनाव में भाजपा ने फिर से लगातार जीत दर्ज की। कांग्रेस के लिए विद्याधर नगर, मालवीय नगर और सांगानेर क्षेत्र सबसे मुश्किल हैं।
आज झोंकेंगे प्रचार में पूरी ताकत
प्रचार के अंतिम दिन बुधवार को कांग्रेस जयपुर शहर में रोड शो करने की तैयारी कर रही है। जिसमें गहलोत, पायलट और प्रदेश प्रभारी सुखविंदर सिंह रंधावा शामिल हो सकते हैं। भाजपा भी पार्टी के बड़े नेताओं को अलग-अलग क्षेत्र में प्रचार की कमान सौंपने की तैयारी कर रही है।