इन चार श्रेणियों से जानें, कितने शहर पर्यटन का दबाव को झेल रहे हैं 1. उभरते पर्यटन शहर
इस श्रेणी में वो शहर हैं, जहां बुनियादी सुविधाएं और पर्यटन की गति के साथ पर्यटकों का दबाव भी बढ़ा है। इनमें बैंकाक (थाइलैंड), कैपटाउन (साउथ अफ्रीका), हो ची मिन्ह सिटी (वियतनाम), इस्तांबुल (तुर्की), जकार्ता (इंडोनेशिया), मैक्सिको सिटी (मैक्सिको) और नई दिल्ली शामिल हैं।
इस श्रेणी में वो शहर हैं, जहां बुनियादी सुविधाएं और पर्यटन की गति के साथ पर्यटकों का दबाव भी बढ़ा है। इनमें बैंकाक (थाइलैंड), कैपटाउन (साउथ अफ्रीका), हो ची मिन्ह सिटी (वियतनाम), इस्तांबुल (तुर्की), जकार्ता (इंडोनेशिया), मैक्सिको सिटी (मैक्सिको) और नई दिल्ली शामिल हैं।
2. विकसित शहर
पर्यटन सुविधाओं के अलावा मौजूदा विकास के स्तरों का बेहतर प्रबंधन करने वाले। भविष्य के तनाव का खतरा भी है। इनमें ऑकलैंड, बर्लिन, डब्लिन, लिस्बन, लंदन, लास वेगास, लॉस एंजेलिस, मियामी, न्यूयॉर्क (अमरीका), सोल, मेड्रिड, सेविले (स्पेन), सिडनी प्रमुख हैं।
पर्यटन सुविधाओं के अलावा मौजूदा विकास के स्तरों का बेहतर प्रबंधन करने वाले। भविष्य के तनाव का खतरा भी है। इनमें ऑकलैंड, बर्लिन, डब्लिन, लिस्बन, लंदन, लास वेगास, लॉस एंजेलिस, मियामी, न्यूयॉर्क (अमरीका), सोल, मेड्रिड, सेविले (स्पेन), सिडनी प्रमुख हैं।
3. यहां कम दबाव
इस श्रेणी के शहर अपेक्षाकृत पर्यटकों का कम दबाव झेल रहे हैं। ये शहर सैलानियों की संख्या के नियंत्रण पर भी ध्यान दे रहे हैं। इनमें मुंबई, बोगोटा, ब्यूनस आयर्स (अर्जेंटिना), काहिरा (मिश्र), चेंगदू (चीन), क्वालालंपुर, लीमा (पेरू), मनीला, मास्को (रूस), रियो डी जेनेरियो और रियाद हैं।
इस श्रेणी के शहर अपेक्षाकृत पर्यटकों का कम दबाव झेल रहे हैं। ये शहर सैलानियों की संख्या के नियंत्रण पर भी ध्यान दे रहे हैं। इनमें मुंबई, बोगोटा, ब्यूनस आयर्स (अर्जेंटिना), काहिरा (मिश्र), चेंगदू (चीन), क्वालालंपुर, लीमा (पेरू), मनीला, मास्को (रूस), रियो डी जेनेरियो और रियाद हैं।
4. संतुलित शहर
इस श्रेणी में पर्यटकों के लिए बुनियादी सुविधाओं का विशेष ध्यान दिया जाता है। साथ ही थका देने वाली यात्रा के बाद पर्यटक और व्यापारियों के लिए औसत से बेहतर कमरों की सुविधा देते हैं। इनमें बीजिंग, शिकागो, हांगकांग, म्यूनिख, ओसाका, शंघाई, सिंगापुर, टोक्यो और वाशिंगटन शामिल हैं।
इस श्रेणी में पर्यटकों के लिए बुनियादी सुविधाओं का विशेष ध्यान दिया जाता है। साथ ही थका देने वाली यात्रा के बाद पर्यटक और व्यापारियों के लिए औसत से बेहतर कमरों की सुविधा देते हैं। इनमें बीजिंग, शिकागो, हांगकांग, म्यूनिख, ओसाका, शंघाई, सिंगापुर, टोक्यो और वाशिंगटन शामिल हैं।
पर्यटन से जुड़ी जानकारी
104 करोड़ विदेशी पर्यटक पहुंचे थे 2018 में दुनिया में। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट-
04 फीसदी की वृद्धि हो सकती है पूरी दुनिया में इस वर्ष पर्यटकों की संख्या में
104 शहरों को चिह्नित किया गया पिछले साल ओवरट्यूरिज्म वाले
63 देशों के 98 शहरों में ओवरट्यूरिज्म पिछले वर्ष ब्रिटेन की ट्रेवल कंपनी के मुताबिक
104 करोड़ विदेशी पर्यटक पहुंचे थे 2018 में दुनिया में। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट-
04 फीसदी की वृद्धि हो सकती है पूरी दुनिया में इस वर्ष पर्यटकों की संख्या में
104 शहरों को चिह्नित किया गया पिछले साल ओवरट्यूरिज्म वाले
63 देशों के 98 शहरों में ओवरट्यूरिज्म पिछले वर्ष ब्रिटेन की ट्रेवल कंपनी के मुताबिक
भारत चौथा बड़ा पर्यटन उद्योग
अमरीका, चीन और जर्मनी के बाद भारत पर्यटन उद्योग वाला दुनिया का चौथा देश है। वल्र्ड ट्रेवल एंड ट्यूरिज्म काउंसिल के मुताबिक पिछले वर्ष 16.91 लाख करोड़ रुपए हो गई भारत में पर्यटन उद्योग से होने वाली आय, जो कुल जीडीपी का 9.2 फीसदी है। करीब सवा चार करोड़ रोजगार हैं पर्यटन में, कुल रोजगार का 8.1 फीसदी। भारत में मुंबई, दिल्ली के अलावा राजस्थान, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा सैलानी आते हैं।
अमरीका, चीन और जर्मनी के बाद भारत पर्यटन उद्योग वाला दुनिया का चौथा देश है। वल्र्ड ट्रेवल एंड ट्यूरिज्म काउंसिल के मुताबिक पिछले वर्ष 16.91 लाख करोड़ रुपए हो गई भारत में पर्यटन उद्योग से होने वाली आय, जो कुल जीडीपी का 9.2 फीसदी है। करीब सवा चार करोड़ रोजगार हैं पर्यटन में, कुल रोजगार का 8.1 फीसदी। भारत में मुंबई, दिल्ली के अलावा राजस्थान, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा सैलानी आते हैं।