सात दिन बाद दौरा करने आए कलक्टर नावां क्षेत्र में बरती जा रही लापरवाही को लेकर पत्रिका ने उठाया तो नागौर जिला कलक्टर दिनेश यादव जायजा लेने पहुंचे। उन्होंने नावां स्थित रेस्क्यू सेंटर का भी दौरा किया और अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए।
किनारे खाली, दलदल में कौन जाए प्रशासन का कहना है कि मृत पक्षियों को उठाया जा चुका है। अब संख्या में कमी आई है। हालात यह है कि अभी तक केवल झील के किनारों से पक्षी रेस्क्यू किए गए है। झील के अंदर दलदल क्षेत्र में अभी तक रेस्क्यू नहीं किया गया है। रेस्क्यू कर रहे लोगों का कहना है कि झील में डेढ़ से दो फिट पानी के भराव क्षेत्र तक तलाश कर चुके हैं, दलदल क्षेत्र में जाना मुश्किल है।
24 हजार दफनाए जा चुके अब तक बुधवार को सांभर क्षेत्र में 74 तो नावां क्षेत्र में 363 मृत पक्षियों को दफनाया गया। इसके अलावा दोनों क्षेत्रों में करीब 95 पक्षियों को बीमार अवस्था में रेस्क्यू सेंटर पहुंचाया गया है। अब तक सांभर झील में करीब 24 हजार पक्षियों को दफनाया जा चुका है। वहीं दूसरी ओर आइवीआरआइ बरेली से भी जांच रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है।