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जयपुर

लापरवाही का इलाज, हवा में उड़ा दी जिम्मेदारी

नहीं थम रही लापरवाही, रतन तालाब रेस्क्यू सेंटर से बीमार हालत में छोड़ दिए 36 पक्षी

जयपुरNov 21, 2019 / 01:29 am

Ankit

लापरवाही का इलाज, हवा में उड़ा दी जिम्मेदारी

लापरवाही का इलाज, हवा में उड़ा दी जिम्मेदारी

-अभी नहीं पहुंची बरेली से जांच रिपोर्ट

-अभी तक 24 हजार पक्षियों को दफनाया

जयपुर. सांभर झील में प्रवासी पक्षियों की मौत आठ दिन बाद भी रहस्यमय बनी हुई है। अभी तक ना तो रिपोर्ट सामने आई है और ना ही बीमारी का पता लग पाया है। इस बीच प्रशासन की घोर लापरवाही देखने को मिली है। बुधवार शाम सांभर झील स्थित रतन तालाब में बने अस्थाई रेस्क्यू सेंटर से 36 पक्षियों को बीमार हालत में उड़ा दिए जाने का मामला सामने आया है। इन्हें रेस्क्यू करके इलाज के लिए लाया गया था। हैरत की बात है कि इस मामले की जानकारी वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई को भी नहीं दी। अधिकारियों अपने स्तर पर बिना जांच पड़ताल के इनको स्वस्थ समझ कर छोड़ दिया। जबकि अभी तक जांच रिपोर्ट भी नहीं आई। जवाब में चिकित्सा एवं वनाधिकारियों का कहना है कि, पक्षी पूर्णतया स्वस्थ्य थे और उनको स्वास्थ्य प्रशिक्षण के बाद छोड़ा गया है। इधर नावां स्थित रेस्क्यू सेंटर में तीन दिन बाद भी दाना-पानी की सही व्यवस्था नहीं होने से प्रवासी पक्षी नॉर्दन शावलर ने दम तोड़ दिया। उसका साथ पक्षी अभी गंभीर हालत में है। पशुचिकित्सकों का आरोप है कि, पक्षियों के दाना-पानी का इंतजाम वन विभाग करेे, हम केवल दवा दे सकते है। दूसरी तरह वन विभाग केवल रेस्क्यू करके जिम्मेदारी से पीछे हट रहा है। नतीजन पक्षियों मौत हो रही है।
सात दिन बाद दौरा करने आए कलक्टर

नावां क्षेत्र में बरती जा रही लापरवाही को लेकर पत्रिका ने उठाया तो नागौर जिला कलक्टर दिनेश यादव जायजा लेने पहुंचे। उन्होंने नावां स्थित रेस्क्यू सेंटर का भी दौरा किया और अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए।
किनारे खाली, दलदल में कौन जाए

प्रशासन का कहना है कि मृत पक्षियों को उठाया जा चुका है। अब संख्या में कमी आई है। हालात यह है कि अभी तक केवल झील के किनारों से पक्षी रेस्क्यू किए गए है। झील के अंदर दलदल क्षेत्र में अभी तक रेस्क्यू नहीं किया गया है। रेस्क्यू कर रहे लोगों का कहना है कि झील में डेढ़ से दो फिट पानी के भराव क्षेत्र तक तलाश कर चुके हैं, दलदल क्षेत्र में जाना मुश्किल है।
24 हजार दफनाए जा चुके अब तक

बुधवार को सांभर क्षेत्र में 74 तो नावां क्षेत्र में 363 मृत पक्षियों को दफनाया गया। इसके अलावा दोनों क्षेत्रों में करीब 95 पक्षियों को बीमार अवस्था में रेस्क्यू सेंटर पहुंचाया गया है। अब तक सांभर झील में करीब 24 हजार पक्षियों को दफनाया जा चुका है। वहीं दूसरी ओर आइवीआरआइ बरेली से भी जांच रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है।

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