पुलिस उपायुक्त पश्चिम अशोक गुप्ता ने बताया कि चेन स्नेचिंग की वारदात करने वाले दो सगे भाईयों दुर्गा कॉलोनी वार्ड नम्बर 8, कालवाड़ रोड झोटवाडा निवासी ओमप्रकाश कुमावत(35) व हरिशंकर कुमावत(32) को पुलिस ने वैशाली नगर के आम्रपाली सर्किल पर चेन तोडने की फिराक में रैकी करते समय पकड़ लिया।
आरोपितों को इस तरह पकड़ा
पुलिस टीम ने चेन स्नेचरों को पकडऩे के लिए एक माह तक पूर्व की चेन स्नेचिंग की वारदातों की सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला। आरोपितों के भागने के रास्तों को जानकर पांच टीमों को विभिन्न क्षेत्रों में तैयार किया। पावर बाइक पर आरोपित होने के कारण अक्सर बचकर निकल जाते थे।
इसको देखते हुए थानाधिकारी भोपाल सिंह ने निजी व्यवस्था कर पुलिस टीम को तीन पावर बाइक उपलब्ध करवाई ओर क्षेत्र में निगरानी रखनी शुरू कर दी। इसके बाद जैसे ही चेन तोडऩे के लिए आरोपित वैशाली नगर आए तो जानकारी के मुताबिक कांस्टेबल महिपाल एवं रणवीर ने आरोपितों का पीछा किया।
दोनों आरोपित अपनी बाइक वारदात करने के लिए मुख्य बाजार की ओर ले गए, जिस पर कांस्टेबल महिपाल एवं रणवीर ने अपनी बाइक को आरोपितों की बाइक के आगे लगाकर रोक लिया। चेन स्नेचर धक्का देकर भागने की कोशिश करने लगे। इसी दौरान अन्य पुलिस टीम सदस्य भी वहां पहुंच गए और आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।
उनके पास से एक देशी कट्टा, 26 चेन, एक
यामाहा एफ जेड पावर बाइक 250 सीसी और 150 सीसी बरामद की गई, जिन पर फर्जी नम्बर प्लेट लगी हुई थी। पुलिस ने इनके घर से अन्य फर्जी प्लेट भी बरामद की है। आरोपितों ने अब तक वैशाली नगर, झोटवाड़ा, मुरलीपुरा, करधनी, विद्याधर नगर एव शहर के अन्य क्षेत्रों में करीब तीन दर्जन चेने तोड़ी है।
पूर्व में एक आरोपित को एटीएस ने भी पकड़ा
आरोपितों में से ओमप्रकाश कुमावत पूर्व में भी नोटबंदी के दौरान शास्त्री नगर थाना क्षेत्र में 19 लाख की पुराने नोट के साथ एटीएस ने पकड़ा था। उस पर कर्जा होने के वजह से उसने चेन स्नेचिंग करना शुरू कर दिया।
इस तरह करते वारदात
आरोपितों ने बताया कि चेन स्नेचिंग करने के लिए दो माह पूर्व एक पावर बाइक खरीदी और 15 दिन पहले दूसरे 250 सीसी की पावर बाइक खरीदी। बाजार से 8 से 10 फर्जी नम्बर प्लेट भी बनवाई। जिससे पुलिस से आसानी से बचा जा सके। चेन तोडऩे के बाद रास्ते में पुलिस की नाकाबंदी से बचने के लिए शर्ट के नीचे टी-शर्ट भी रखते थे तथा रास्ते मे ही शर्ट उतार लेते और नम्बर प्लेट भी बदल देते थे।