शहर में 2 दिन में एक बार पेयजल आपूॢत का भी प्रस्ताव..
पानी की ज्यादा कमी होती है तो जयपुर शहर में दो दिन में एक बार पेयजल सप्लाई होगी। विभाग ने इसका प्रस्ताव पहले ही तैयार कर लिया है, अभी सरकार स्तर पर निर्णय होना है। बीसलपुर बांध से जयपुर शहर आ रहे पानी में 1.5 करोड़ लीटर प्रतिदिन कटौती हो चुकी है।
पानी की ज्यादा कमी होती है तो जयपुर शहर में दो दिन में एक बार पेयजल सप्लाई होगी। विभाग ने इसका प्रस्ताव पहले ही तैयार कर लिया है, अभी सरकार स्तर पर निर्णय होना है। बीसलपुर बांध से जयपुर शहर आ रहे पानी में 1.5 करोड़ लीटर प्रतिदिन कटौती हो चुकी है।
राज्य में 10 और जयपुर में 15 फीसदी कम बारिश
प्रदेशभर के साथ ही जयपुर में इस वर्ष अभी तक सामान्य से भी कम बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान में 10 फीसदी और जयपुर में 15 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। प्रदेश में अभी तक की सामान्य बारिश 341.7 मिलीमीटर है, लेकिन 306.1 मिलीमीटर ही हुई है। इसी प्रकार जयपुर में अभी तक सामान्य बारिश 440.3 मिलीमीटर है, लेकिन 373.6 मिलीमीटर ही हुई है। कम बारिश होने का असर दिखने लगा।
प्रदेशभर के साथ ही जयपुर में इस वर्ष अभी तक सामान्य से भी कम बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान में 10 फीसदी और जयपुर में 15 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। प्रदेश में अभी तक की सामान्य बारिश 341.7 मिलीमीटर है, लेकिन 306.1 मिलीमीटर ही हुई है। इसी प्रकार जयपुर में अभी तक सामान्य बारिश 440.3 मिलीमीटर है, लेकिन 373.6 मिलीमीटर ही हुई है। कम बारिश होने का असर दिखने लगा।
यों समझें दिक्कत…
38.7 टीएमसी है कुल भराव क्षमता
33.15 टीएमसी है लाइव स्टोरेज
8.7 टीएमसी ही पानी है अभी बांध में (मिट्टी सहित)
5.5 टीएमएसी पानी ही बचा है सप्लाई के लिए
16.2 टीएमसी पेयजल जलदाय विभाग को मिलता है
11.2 टीएमसी पेयजल जयपुर के लिए
8 टीएमसी पानी सिंचाई के लिए
8.95 टीएमसी पानी का वाष्पीकरण व सीपेज
38.7 टीएमसी है कुल भराव क्षमता
33.15 टीएमसी है लाइव स्टोरेज
8.7 टीएमसी ही पानी है अभी बांध में (मिट्टी सहित)
5.5 टीएमएसी पानी ही बचा है सप्लाई के लिए
16.2 टीएमसी पेयजल जलदाय विभाग को मिलता है
11.2 टीएमसी पेयजल जयपुर के लिए
8 टीएमसी पानी सिंचाई के लिए
8.95 टीएमसी पानी का वाष्पीकरण व सीपेज
– बांध में पानी सीमित मात्रा में है, इसलिए पेयजल सप्लाई में आंशिक कटौती की जा रही है। दो दिन में एक दिन सप्लाई पर निर्णय उच्च स्तर पर होगा।
डी.के. सैनी, अतिरिक्त मुख्य अभियंता, जलदाय विभाग
डी.के. सैनी, अतिरिक्त मुख्य अभियंता, जलदाय विभाग