इससे पहले 26 फरवरी की रात को नया पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हुआ, जिसके कारण प्रदेश के कई जिलों में मंगलवार को बादलों की आवाजाही रही। मंगलवार को राजस्थान के 9 जिलों में हल्की बारिश हुई। बारिश के कारण ठंडी हवाएं चलने से ठिठुरन बढ़ गई है। अजमेर, टोंक, सीकर, बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर और चूरू में मंगलवार को बारिश हुई। वहीं, बारां जिले में कई जगह बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई।
टोंक जिले में मंगलवार को बारिश के साथ जमकर ओलावृष्टि हुई। सरसों, धनिया, चने आदि फसलों में नुकसान की आशंका बनी हुई है। जिले के शाहाबाद क्षेत्र के कई गांवों में बरसात के साथ ओले भी गिरे। वहीं, बड़गांव कस्बे में सुबह 8 बजे लगभग 20 मिनट तक बारिश हुई। इससे सड़क पर बने गड्ढों में पानी भर गया। बारिश के कारण फसलों में भी नुकसान की आशंका है। समरानियां में मंगलवार सुबह क्षेत्र सहित कई गांवों में जोरदार बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। इससे फसलों में नुकसान की आशंका से किसान चिंतित नजर आए। सुबह नौ बजे के आसपास बारिश शुरू हुई जो बीस मिनट चली।
बारिश के साथ लगभग पांच मिनट तक चने के आकार के ओले गिरे। इससे फसलों को नुकसान हुआ है। सबसे ज्यादा नुकसान खेत में तैयार खड़ी सरसों की फसल पर हुआ है। ओलों की मार से वजह से गेहूं की फसल आड़ी पड़ गई। धनिया की फसल नाज़ुक होने के चलते ओलावृष्टि से टूट कर झड़ गई। साथ ही अन्य फसलों को भी नुकसान हुआ है।
देवरी में मंगलवार तड़के मौसम बिगड़ा और साढे पांच बजे से तेज गर्जना के साथ बूंदाबांदी शुरू हुई। इसके बाद फिर तेज बारिश का दौर शुरू हुआ। यह आधे घंटे तक चला। इसी बीच 10 मिनट तक चने के आकार के ओले भी गिरे। बारिश और ओलावृष्टि शुरू होते ही किसने के चेहरों पर चिंता की लकीरें छा गई। किसान मुकेश मेहता राजाराम मेहता बीलखेड़ा माळ, धर्मजीत परिहार, रवि माली देवरी सहित कई किसानों ने बताया कि इस समय मसूर, सरसों चने की फसल खेतों में कटी पड़ी है। बिन मौसम बारिश ने किसानों का गणित बिगाड़ दिया है। आधे घंटे तक हुई बारिश के कारण किसानों की फसलें गीली हो गई। किसान अपनी फसलों को समेटते नजर आए।
इन दिनों आमतौर पर सर्दी की विदाई और गर्मी की शुरूआत हो जाती है। लेकिन, बारिश के कारण एक बार फिर सर्दी बढ़ गई है। सर्दी बढ़ी तो दिन में गर्म कपड़ों से तौबा कर चुके लोग फिर से गर्म कपड़ों में दिखे। कई शहरों में शाम को तापमान चार डिग्री तक गिर गया। आज न्यूनतम तापमान करौली में 6.9 और संगरिया में 7.5 डिग्री दर्ज किया गया है। राजधानी जयपुर सहित अजमेर, अलवर, बाड़मेर, भीलवाडा, चूरू, जयपुर, जैसलमेर, कोटा, पिलानी, सीकर और टोंक में न्यूनतम तापमान में 1 से 3 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है।
मौसम केंद्र जयपुर के मुताबिक 1 मार्च से एक और नया तीव्र पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से 1-2 मार्च को जोधपुर, बीकानेर, अजमेर, जयपुर व भरतपुर संभाग के कुछ भागों में बारिश होने की प्रबल संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक अजमेर, अलवर, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झालावाड़, झुंझूनूं, करौली, कोटा, राजसमंद, सवाईमाधोपुर, सीकर, सिरोही, टोंक, उदयपुर, बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जोधपुर, नागौर, पाली और श्रीगंगानगर में कहीं—कहीं आकाशीय बिजली गिरने व बारिश की संभावना है। इसके अलावा 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।