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जयपुर

राजस्थान के कौन से शहर में दिल्ली जितने खतरनाक स्तर तक पहुंचा प्रदूषण, पटाखों से जहरीली हुई हवा, जानिए

— जोधपुर में प्रदूषण का स्तर हुआ खतरनाक, एक्यूआइ इंडेक्स पहुंचा 456 पर
 

जयपुरNov 08, 2018 / 10:58 am

Pawan kumar

Fire

pollution

जयपुर। राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के शहरों में दीपावली की रात बड़े पैमाने पर पटाखे फोड़े गए। रात 10 बजे के बाद पटाखे फोड़ने पर लगी सुप्रीम कोर्ट की पाबंदी के बावजूद देर रात तक पटाखे फोड़ने का सिलसिला चलता रहा। जोधपुर में छोड़े गए पटाखों के कारण शहर की हवा जहरीली हो गई है। प्रदूषण की तकनीकी भाषा के हिसाब से प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है।
राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल के आंकड़ों के मुताबिक जोधपुर में आज एयर क्वालिटी इंडेक्स 456 तक पहुंच गया। आज सुबह जोधपुर की हवा में पार्टिकुलेट मैटर्स 2.5 एमएम की संख्या 456 तक पहुंच गई है। जबकि हवा में 2.5 एमएम की संख्या 100 के स्तर को अच्छा माना जाता है। आज जयपुर की हवा में पटाखों के बारूद और धुएं के कारण छोटे कणों की मात्रा बढ़ गई है। इसके कारण श्वास रोग से पीड़ित लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। दीपावली की रात बड़े पैमाने पर छोड़े गए पटाखों के कारण हवा में पार्टिकुलेट मैटर्स—10 की मात्रा भी 438 तक पहुंच गई। ऐसा संभवत: पहली बार है, जब पीएम—10 की संख्या खतरनाक स्तर पर पहुंची हो। आमतौर पर पीएम—10 की मात्रा 200 से कम ही रहती है। राजधानी जयपुर में बड़े पैमाने पर पटाखे फोड़ने के कारण प्रदूषण का स्तर बहुत खराब स्तर तक पहुंच गया है। इसी तरह झीलों की नगरी उदयपुर, कोटा, अजमेर और पाली की हवा में प्रदूषण स्तर बहुत खराब हो गया है।आज रात फिर से पटाखे छुड़ाए जाएंगे, ऐसे में प्रदूषण का स्तर और ज्यादा बढ़ने की आशंका है।
ये है खतरनाक के मायने
राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल के आंकड़ों के अनुसार जब प्रति डायमीटर हवा में पार्टिकुलेट मैटर्स 2.5 मिलीमीटर की संख्या 400 से ज्यादा हो जाती है, तो उसे खतरनाक स्तर माना जाता है। आम भाषा में समझें तो इसका मतलब ये होता है कि यदि कोई व्यक्ति खतरनाक स्तर वाली हवा में 24 घंटे तक सांस लेता है, तो उसके फेफड़ों में 10 से 12 सिगरेट पीने जितना धुंआ चला जाता है। लगातार प्रदूषित हवा में सांस लेने से दमा भी हो सकता है। जो लोग श्वास रोग से पीड़ित हैं, उन्हें सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।

राजस्थान के किस शहर में कितना प्रदूषण

जोधपुर — पीएम 2.5 एमएम का स्तर खतरनाक (444)
जयपुर — पीएम 2.5 एमएम का स्तर बहुत खराब (336)
पाली — पीएम 2.5 एमएम का स्तर बहुत खराब (301)
उदयपुर — पीएम 2.5 एमएम का स्तर बहुत खराब (331)
अजमेर — पीएम 2.5 एमएम का स्तर बहुत खराब (357)
भिवाड़ी — पीएम 2.5 एमएम का स्तर बहुत खराब (319)
कोटा — पीएम 2.5 एमएम का स्तर बहुत खराब (358)


पिछले साल अलवर में खतरनाक हुआ था प्रदूषण
बीते साल 2017 में दीपावली की रात प्रदेशभर में खूब पटाखे फोड़े गए। इसके कारण प्रदेश के बड़े शहरों में हवा में इतना जहर घुल गया कि हवा में प्रदूषण का स्तर बहुत खराब स्तर तक पहुंच गया। अजमेर की हवा में प्रदूषण तो खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। अजमेर का एक्यूआई इंडेक्स 426 तक पहुंच गया था। जबकि उदयपुर, जोधपुर, पाली, भिवाड़ी और जयपुर में एक्यूआई इंडेक्स 300 के पार हो गया था।
ये है एक्यूआई का मतलब
0 से 100 — अच्छा
101 से 200 — ठीकठाक
201 से 300 — खराब
301 से 400 — बहुत खराब
400 से 500 — खतरनाक

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