राहुल गांधी ने शनिवार को जयपुर में रोड शो करके कांग्रेस के चुनावी अभियान का शंखनाद कर दिया। राहुल ने 3 घंटे में 11 किमी लंबा रोड शो निकाला, जिसे कार्यकर्ताओं का भरपूर समर्थन मिला। रोड शो के दौरान राहुल केवल तीन जगहों पर बस से नीचे उतरे। बाकी जगहों पर उन्होंने बस में खड़े होकर कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार किया। उनके रोड शो के दौरान मोटरसाइकिलों पर सवार कार्यकर्ता उनकी बस के आगे चल रहे थे।
राहुल 11 किमी के रोड शो में तीन जगहों पर बस से उतरे। सबसे पहले वे जेनपेक्ट के सामने एसएल कट पर बस से उतरकर महिला कार्यकर्ताओं से मिले और उनसे बात की। इसके बाद राहुल ने टोंक रोड पर आईटी सैल की कार्यप्रणाली को देखा। यहीं पर उन्होंने एक दिव्यांग कार्यकर्ता से माला भी पहनी। इसके बाद राहुल नारायण सिंह तिराहे के पास प्रेस क्लब के बाहर भी रुके।
राहुल का राजस्थानी परंपरा के साथ जगह-जगह स्वागत किया गया। जगह-जगह ऊंटगाड़ी और बैंड वादन के साथ उनका स्वागत हुआ। कई जगहों पर राजस्थानी कलाकार नृत्य व गीत गाते नजर आए। रामनिवास बाग में 1100 दीपकों से महाआरती का कार्यक्रम रखा गया। हालांकि यहां राहुल बस से उतरे नहीं।
पूरे रोड शो के दौरान सबसे अचंभित करने वाला वाक्या त्रिमूर्ति सर्किल पर हुआ। यहां राहुल की जमवारामगढ़ के पूर्व विधायक गोपाल मीणा पर नजर पड़ गई। उन्होंने मीणा को बुलाया और अपने साथ बैठाया। मीणा ने राहुल के साथ सेल्फी भी ली।
एसपीजी राहुल गांधी के रोड शो के लिए टोंक रोड को सुरक्षित नहीं मान रही थी। यही वजह रही कि महज 20 मिनट के भीतर ही राहुल ने टोंक रोड का सफर तय कर लिया। हालांकि इस दौरान वे एक जगह रुके भी, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था इतनी पाबंद थी कि उनके आसपास किसी को नहीं आने दिया गया।
मंदिर दर्शन को लेकर चल रहे संशय का उस समय पटाक्षेप हो गया, जब रामलीला मैदान में कार्यक्रम खत्म होने से पहले ही राहुल के गोविंददेवजी मंदिर जाने को लेकर अलर्ट किया गया। कार्यक्रम खत्म होने के बाद राहुल आराध्य देव की चौखट पर पहुंचे। यहां मंदिर पुजारी ने विधिवत् भगवान की पूजा-अर्चना कराई। इस दौरान मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी ने राहुल को दुपट्टा ओढ़ाया।
राहुल का रोड शो जहां-जहां से गुजरा, वहां से पोस्टर-बैनर उतरते गए। कई जगहों पर तो पोस्टर-बैनर हटाने को लेकर कार्यकर्ताओं में तनातनी भी हुई। त्रिमूर्ति सर्किल से होता राहुल का काफिला रामनिवास बाग के पिछले गेट भी नहीं पहुंचा था कि ग्रामीणों ने अपने पोस्टर-बैनर उतारकर रख लिए।
राहुल के रोड शो के बहाने टिकट चाहने वाले नेताओं ने भी शक्ति प्रदर्शन कर दिया। जयपुर जिले की सभी विधानसभा सीटों से नेताओं को भीड़ जुटाने के निर्देश दिए थे। इसके चलते टिकट चाहने वाले नेता अपने कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे और अपने पोस्टर-बैनर लगाकर नेताओं का ध्यानाकर्षण किया।
राहुल गांधी के भाषण के दौरान एक युवक सौभाग्य चौधरी अपनी बात कहना चाहता था, लेकिन कार्यकर्ताओं ने उसे चुप कर दिया। वह नहीं माना तो कुछ कार्यकर्ताओं ने उसके साथ हाथापाई भी की। चौधरी ने बताया कि वह वर्तमान सरकारों की गलत नीतियों के संबंध में बात कहना चाहता था। उसने कहा कि सरकार के इशारों पर बजरी का खनन हो रहा है। आज भी शिवदासपुरा थाने में कई ट्रक जप्त हैं, लेकिन सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है।
गोविंददेवजी मंदिर से एयरपोर्ट जाते वक्त राहुल अपने रिश्तेदार काटजू से भी मिलने पहुंचे। वे करीब आधा घंटा यहां रुके और किशन काटजू का हालचाल पूछा। इससे पहले भी राहुल जब बांसवाड़ा आए थे, तब भी काटजू से मिलकर गए थे। राहुल गांधी के पहुंचते ही किशन काटजू की पत्नी ने हैलो बेटे बोला तो राहुल मुस्कुरा दिए। फिर गले लग कर हैलो दादी कह कर हालचाल जाना। उसके बाद दादी का हाथ पकड़े कमरे में चले गए।
पूर्व मंत्री बाबूलाल नागर, राजीव अरोड़ा, ज्योति खंडेलवाल, अमीन कागजी, सुरेश मिश्रा, जाकिर गुडएज, हरीश यादव, संगीता गर्ग, विजयशंकर तिवाड़ी, कृष्ण हरितवाल, पुष्पेंद्र भारद्वाज, गिर्राज खंडेलवाल, शंकरलाल मीणा, गोपाल मीणा, डॉ. अर्चना शर्मा सहित कई नेताओं ने कार्यकर्ताओं के साथ राहुल गांधी का स्वागत किया।