ग्रामीण और जनजातीय क्षेत्रों में कांग्रेस पार्टी की पकड़ सालों से मजबूत रही है। लेकिन बीते वर्षों में बीटीपी के चुनावी मैदान में उतरने के साथ ही कांग्रेस का पारंपरिक वोट बैंक बीटीपी के पाले में जाता दिखाई दिया है। ऐसे में इन जनजातीय बाहुल क्षेत्रों में कांग्रेस के लिए बीटीपी सबसे बड़ी चुनौती और खतरा बनी हुई है।
कांग्रेस और भाजपा के विकल्प के तौर पर गठित हुई आरएलपी ने भी दोनों प्रमुख पार्टियों को कई सीटों पर टक्कर दी हुई है। आरएलपी के प्रत्याशी उतरने से कई जगहों पर मुकाबला त्रिकोणीय और दिलचस्प हो चला है।