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जैसलमेर

30 दिन आंशिक तो एक महीने रहेगी नहर पूरी तरह से बंद

60 दिन की नहरबंदी 26 से- जिम्मेदारों के लिए स्थिति संभालना चुनौती

जैसलमेरMar 22, 2023 / 05:15 pm

Deepak Vyas

30 दिन आंशिक तो एक महीने रहेगी नहर पूरी तरह से बंद

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पोकरण. इन्दिरा गांधी नहर परियोजना में 26 मार्च को नहरबंदी शुरू होगी। इस दौरान पोकरण व बालोतरा कस्बों के साथ क्षेत्र के गांवों एवं ढाणियों में पानी की पर्याप्त आपूर्ति करना जलदाय विभाग तथा पोकरण-फलसूंड पेयजल लिफ्ट परियोजना के लिए चुनौती से कम नहीं होगा। हालांकि फिलहाल जिम्मेदार व्यवस्था चाक चौबंद रखने के दावे कर रहे है, लेकिन 1 महिने तक पानी की आवक पूरी तरह से बंद रहने के दौरान व्यवस्थाएं बनाए रखने में जिम्मेदारों को पसीना बहाना होगा। गौरतलब है कि प्रतिवर्ष नहर क्लोजर के दौरान नहर से पानी की आवक बंद हो जाती है। यही नहीं क्लोजर भी रबी की फसल की सिंचाई पूर्ण हो जाने व गर्मी के मौसम की शुरुआत के समय होता है। ऐसे में भीषण गर्मी के दौरान क्षेत्र में पेयजल संकट की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इस वर्ष 26 मार्च को नहरबंदी शुरू होगी तथा एक माह तक आंशिक नहरबंदी रहेगी। जिसके अंतर्गत 25 अप्रेल तक पीने का पानी नहर में आपूर्ति किया जाएगा। इसके बाद 25 अप्रेल से 24 मई तक पूर्ण नहरबंदी रहेगी। इस दौरान पानी की आपूर्ति पूरी तरह से बंद रहेगी। 24 मई को पंजाब से पानी छोड़ा जाएगा और करीब 5-6 दिन बाद यहां पहुंचेगा।
परियोजना ही बड़ा स्त्रोत
जलदाय विभाग की ओर से वर्षों पूर्व नलकूपों से संचालित कई जलप्रदाय योजनाएं बंद कर दिए जाने के कारण अब पोकरण-फलसूंड पेयजल लिफ्ट परियोजना ही सबसे बड़ा पेयजल स्त्रोत रह गया है। पेयजल समस्या से निपटने के लिए अधिकारियों को खासी मशक्कत करनी पड़ती है। करीब 1 माह तक क्लोजर के दौरान अधिकारियों के पसीने छूट जाते है। इस वर्ष अधिकारियों की ओर से पूर्व में ही योजना तैयार कर क्लोजर से निपटने की पुख्ता व्यवस्थाएं करने के दावे किए जा रहे है।
जलदाय विभाग व परियोजना की यह है तैयारी
– जलदाय विभाग की ओर से नहरी क्षेत्र में चक आबादी में निर्मित सभी डिग्गियों को पानी से लबालब भरा गया है।
– नहरबंदी के दौरान डिग्गियों से पानी की आपूर्ति की जाएगी।
– राज्य सरकार की ओर से नहरबंदी के दौरान 25 हेण्डपंप व 10 नलकूप की स्वीकृति जारी की गई है। अतिप्रभावित क्षेत्रों में हेण्डपंप व नलकूप खुदवाए जाएंगे।
– साथ ही 8-10 किमी पाइपलाइन की स्वीकृति दी गई है। आपात स्थिति में कहीं जरुरत पडऩे पर पाइपलाइन लगाई जाएगी।
– पोकरण-फलसूंड पेयजल लिफ्ट परियोजना की ओर से नहर में 1254 आरडी पर पर्याप्त पानी का संग्रहण किया गया है।
– नहरी क्षेत्र के हेडवक्र्स की डिग्गियों को भी पानी से भर दिया गया है। यहां से पानी की आपूर्ति की जाएगी।
– जरुरत पडऩे पर बालोतरा के साथ अन्य क्षेत्र के पानी से कटौती कर जलापूर्ति सुचारु रखने का प्रयास किया जाएगा।
– दोनों ही विभागों की ओर से करीब 900 मिलियन पानी का संग्रहण किया गया है।
फैक्ट फाइल:-
– 60 दिन की होगी नहरबंदी
– 30 दिन रहेगी पूर्ण नहरबंदी
– 900 मिलियन लीटर पानी का किया गया है संग्रहण
नहीं होगी पेयजल संकट की स्थिति
इस बार नहर क्लोजर से पूर्व ही नहर व डिग्गी में पानी का संग्रहण कर दिया गया है, ताकि कहीं पर भी पेयजल की समस्या नहीं हो। साथ ही हेण्डपंप, नलकूप व पाइपलाइनों की भी स्वीकृतियां मिली है। जिससे नहरबंदी के दौरान पानी की आपूर्ति को सुचारु रखा जाएगा।
– पराग स्वामी, अधिशासी अभियंता जलदाय विभाग, पोकरण

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