scriptडेढ़ दशक बाद सिद्धि कलश वाटिका योजना पर नजरें हुई इनायत | Patrika News
जैसलमेर

डेढ़ दशक बाद सिद्धि कलश वाटिका योजना पर नजरें हुई इनायत

धार्मिक स्थली रामदेवरा में सिद्धि कलश वाटिका की योजना डेढ़ दशक के लंबे इंतजार के बाद ग्राम पंचायत और पंचायत समिति के सहयोग से अधूरे कार्य को पूरा करने की कवायद शुरू हो गई है। जानकारी के अनुसार करीब डेढ़ दशक पहले तत्कालीन जिला कलक्टर केके पाठक की ओर से सिद्धि कलश वाटिका योजना बनाई गई थी।

जैसलमेरMay 07, 2024 / 08:46 pm

Deepak Vyas

ramdevra news
धार्मिक स्थली रामदेवरा में सिद्धि कलश वाटिका की योजना डेढ़ दशक के लंबे इंतजार के बाद ग्राम पंचायत और पंचायत समिति के सहयोग से अधूरे कार्य को पूरा करने की कवायद शुरू हो गई है। जानकारी के अनुसार करीब डेढ़ दशक पहले तत्कालीन जिला कलक्टर केके पाठक की ओर से सिद्धि कलश वाटिका योजना बनाई गई थी। जिस पर उस समय हजारों रुपए की धनराशि भी खर्च की गई और यहां कुछ निर्माण कार्य करवाए गए। तत्कालीन जिला कलक्टर का तबादला होने के साथ योजना भी ठंडे बस्ते में चली गई। उनके बाद आए अधिकारियों ने इस योजना को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया। दिसंबर 2020 में जब तत्कालीन जिला कलक्टर व महिला एवं बाल विकास शासन सचिव, जैसलमेर जिले के प्रभारी सचिव केके पाठक रामदेवरा दौरे पर आए तो उन्होंने कहा कि रामसरोवर की पाल पर निर्मित सिद्धि कलश वाटिका का नए सिरे से सौंदर्यीकरण कार्य करवाया जाए, ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मिल सके। केके पाठक जैसलमेर जिले के जिला कलेक्टर थे। तब उन्होंने रामदेवरा कस्बे का विकास करने के उद्देश्य से रामसरोवर तालाब की पाल पर सिद्धि कलश वाटिका का निर्माण कार्य शुरू करवाया था ताकि बाबा रामदेव की समाधि के दर्शन करने के पश्चात लोग राम सरोवर तालाब पर नहाने के बाद अपने परिवार जनों के साथ यहां बैठकर शांति के साथ कुछ पल बिता सकें। इसके लिए यहां पर एक वाटिका तैयार की गई थी। वहां सिद्धि कलश स्थापित किया गया था। उनके स्थानांतरण होने के पश्चात सिद्धि कलश वाटिका योजना डेढ़ दशक तक अधूरी पड़ी रही।

अब शुरू हुई कवायद

डेढ़ दशक से सिद्धी कलश योजना के बंद कार्य को शुरू करवाने की कवायद रामदेवरा ग्राम पंचायत की ओर से की जा रही है। कुल 30 लाख के बजट से सिद्धी कलश योजना में कार्य करवाए जा रहे है। बजट पंचायत समिति सांकड़ा से पूर्व में जारी हुआ है। उसी अनुसार सिद्धी कलश के अधूरे कार्य पूर्ण करवाए जा रहे हैं। वर्तमान में करीब 20 लाख के कार्य जैसलमेर के पीले पत्थरों से पूरे किए गए है। आने वाले दिनों में सिद्धी कलश का प्रवेशद्वार आदि कार्य होगे।

जैसलमेर के पत्थरों से हुआ था निर्माण

रामदेवरा कस्बे के रामसरोवर के उत्तर दिशा में घाट पर सन 2006-07 में ग्राम पंचायत के सहयोग से जैसलमेर की पीले पत्थरों से सिद्धि कलश योजना का निर्माण कार्य शुरू किया गया। निर्माण कार्य के दौरान पीले पत्थरों के गुबंद लगाकर और पीले पत्थरों से बने कलश को गुबंद के बीच में स्थापित किया गया। पीली पत्थरों का उपयोग करने से सिद्धि कलश का निर्माण कार्य आकर्षक दिखाई देने लगा।

फैक्ट फाइल

  • 50 लाख श्रद्धालुओं का रहता है वर्ष भर आगमन
  • 5 लाख रुपए का योजना में ग्राम पंचायत ने दिया था पूर्व में सहयोग
  • 30 लाख की राशि से होंगे अधूरे कार्य।
    इनका कहना –
    बेहतर बनाने का प्रयास
सिद्धी कलश योजना में अधूरे कार्य को पूरा कराके इसे यात्रियों के लिए बेहतर से बेहतर बनाना हमारा प्रयास है।
  • भगवत सिंह तंवर,प्रधान,पंचायत समिति सांकड़ा

अधूरे कार्य होंगे पूरे

डेढ़ दशक से सिद्धी कलश योजना के कार्य अधूरे रहे। पंचायत समिति सांकड़ा से मिले बजट के अनुसार सिद्धी कलश योजना के अधूरे कार्य को पूरा करने में ग्राम पंचायत अग्रसर है।
-समंदरसिंह तंवर, सरपंच, ग्राम पंचायत रामदेवरा।

Hindi News/ Jaisalmer / डेढ़ दशक बाद सिद्धि कलश वाटिका योजना पर नजरें हुई इनायत

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो