रामसरोवर तालाब की आगोर भूमि में अतिक्रमण रुकवाने पर हुआ विवाद
जैसलमेरPublished: Jul 14, 2019 05:17:29 pm
पोकरण. कस्बे के जैसलमेर रोड के दक्षिण दिशा में रामसरोवर की आरक्षित आगोर क्षेत्र में उस समय विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई, जब यहां कुछ लोगों की ओर से किए जा रहे अतिक्रमण को रुकवाने का अतिक्रमणकारियों ने विरोध किया और झगड़े पर उतारू हो गए।
रामसरोवर तालाब की आगोर भूमि में अतिक्रमण रुकवाने पर हुआ विवाद
जैसलमेर/पोकरण. कस्बे के जैसलमेर रोड के दक्षिण दिशा में रामसरोवर की आरक्षित आगोर क्षेत्र में उस समय विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई, जब यहां कुछ लोगों की ओर से किए जा रहे अतिक्रमण को रुकवाने का अतिक्रमणकारियों ने विरोध किया और झगड़े पर उतारू हो गए। गौरतलब है कि कस्बे के ऐतिहासिक रामसरोवर तालाब की करीब 174 बीघा आगोर भूमि है, जो जैसलमेर रोड के दक्षिण दिशा तक आई हुई है। गत जून 2018 में नगरपालिका की ओर से आगोर भूमि को सुरक्षित करते हुए यहां पत्थरगढ़ी भी करवाई गई और यहां पूर्व में किए गए अतिक्रमण हटाए गए थे। गत दो दिनों से यहां अतिक्रमण का दौर पुन: शुरू हो गया। आगोर क्षेत्र में हो रहे अतिक्रमण की जानकारी मिलने से रामसरोवर तालाब संरक्षण एवं संघर्ष समिति के पदाधिकारियों में रोष व्याप्त हो गया।
रुकवाने पर हो गया विवाद
आगोर में हो रहे अतिक्रमण की सूचना पर संघर्ष समिति के संयोजक बलवंतसिंह जोधा मौके पर पहुंचे और अतिक्रमण कार्य रोकने की बात कही। यहां उपस्थित लोगों ने उनका विरोध किया। जिसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया और नौबत मारपीट तक आ गई, लेकिन कुछ ही देर में समिति संयोजक के विरोध को देखते हुए मौके पर मौजूद मौकेे से निकल गए।
फिर पहुंचे लोग और जताया रोष
अतिक्रमण हटाने की बात पर हुए विवाद की जानकारी मिलने पर चिरंजीलाल सोनी, तनसिंह राजगढ़, गौरीशंकर सोनी, सुमित दवे, राधेश्याम भार्गव, कैलाश भारती, अशोक भार्गव सहित लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने तालाब के आगोर क्षेत्र में किए जा रहे अतिक्रमणोंं पर रोष जताया। उन्होंने बताया कि यदि प्रशासन इस संबंध में शीघ्र कार्रवाई कर अतिक्रमण नहीं हटाता है, तो उनकी ओर से आंदोलन किया जाएगा।