scriptजीना इसी का नाम है… – दिव्यांग सलमान ने दूसरे दिव्यांग देवीसिंह को दिया सहारा | Divyang Salman gave support to another | Patrika News
जैसलमेर

जीना इसी का नाम है… – दिव्यांग सलमान ने दूसरे दिव्यांग देवीसिंह को दिया सहारा

जीना इसी का नाम है…- दिव्यांग सलमान ने दूसरे दिव्यांग देवीसिंह को दिया सहारा

जैसलमेरJul 06, 2022 / 07:58 pm

Deepak Vyas

जीना इसी का नाम है... - दिव्यांग सलमान ने दूसरे दिव्यांग देवीसिंह को दिया सहारा

जीना इसी का नाम है… – दिव्यांग सलमान ने दूसरे दिव्यांग देवीसिंह को दिया सहारा

जैसलमेर. किसी की मुस्कुराहटों पर हो निसार…यह फिल्मी तराना जीवन का फलसफा पेश करता है। इसे सही मायनों में चरितार्थ किया है, दिव्यांग सलमान ने। उसने स्वयं से ज्यादा जरूरतमंद दिव्यांग देवीसिंह को अपनी बैटरी से चालित ट्राइसाइकिल भेंट कर मौजूदा समय में मानवता के उच्च मानदंडों का परिचय देने के साथ साम्प्रदायिक सौहार्द की भी मिसाल पेश की है। जानकारी के अनुसार सलमान खान को स्वचालित ट्राइसाइकिल कुछ साल पहले समाज कल्याण विभाग की ओर से आयोजित विशेष शिविर में प्रदान की गई थी। जिसका उपयोग वह अपने दैनिक जीवन में करता रहा है। जब उसे यह जानकारी मिली कि उससे कहीं अधिक स्वचालित ट्राइसाइकिल की जरूरत शहर के चूड़ीघर बाजार में स्थित पानी की प्याऊ पर बैठकर आमजन को पानी पिलाने वाले देवीसिंह को है तो उसने अपनी ट्राइसाइकिल को मिस्त्री साजन अली से दुरुस्त करवाई और जिला फुटबाल संघ के सचिव मांगीलाल सोलंकी और उपाध्यक्ष घनश्याम चूरा की मौजूदगी में देवीसिंह को भेंट कर दी। इस तरह से सलमान ने देवीसिंह के अरमान को पूरा किया। वर्षों से प्याऊ पर जलसेवा करने वाला देवीसिंह यह उपहार पाकर बेहद खुश हुआ और उसने सलमान का दिल खोल कर आभार जताया। यह भी जानकारी मिली कि मिस्त्री साजन अली ने देवीसिंह को जरूरत पडऩे पर नि:शुल्क सर्विस देने का वादा किया। 60 प्रतिशत से ज्यादा दिव्यांग सलमान के इस त्याग की हर किसी ने सराहना की।
बिना बिल के 1.30 लाख की कीमत के मोबाइल फोन पकड़े
जैसलमेर. स्टेट जीएसटी विभागीय टीम ने बिना बिल के मोबाइल हैंडसेट बेचते हुए एक व्यक्ति के पास से 1.30 लाख रुपए की कीमत के 15 एंड्रॉयड मोबाइल फोन बरामद किए हैं। एसजीएसटी की टीम ने जब उक्त व्यक्ति से बिल और दस्तावेज मांगे तो वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। जानकारी के अनुसार मुखबिर की सूचना पर जिस व्यक्ति को बिना बिल के मोबाइल फोन के साथ पकड़ा, उसने बताया कि वह बाड़मेर से फोन लाया है तथा बिल बाड़मेर में संबंधित फर्म के पास ही है। विभागीय कार्मिकों का कहना है कि अगर वह बिल नहीं लाया तो कर और जुर्माना लगाया जाएगा।

Home / Jaisalmer / जीना इसी का नाम है… – दिव्यांग सलमान ने दूसरे दिव्यांग देवीसिंह को दिया सहारा

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो