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जैसलमेर

Video: पोकरण क्षेत्र में 5 सालों में 8 बार हांफा इंजन

– बीच रास्ते रेल अटकने से यात्रियों को हो रही परेशानी

जैसलमेरSep 20, 2021 / 04:27 pm

Deepak Vyas

पोकरण क्षेत्र में  5 सालों में 8 बार हांफा इंजन

पोकरण क्षेत्र में 5 सालों में 8 बार हांफा इंजन


पोकरण. रेलवे विभाग में जोधपुर-जैसलमेर रूट कमाऊपूत माना जाता है। इस रूट पर कई रेलों का संचालन होता है तथा प्रतिदिन सैंकड़ों यात्री सफर करते है, लेकिन आए दिन इंजन में तकनीकी खराबी के कारण बीच रास्ते रेलों के अटक जाने से यात्रियों को परेशानी हो रही है। इन तकनीकी खामियों की जांच करने तथा आए दिन होने वाली ऐसी घटनाओं को रोकने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। गौरतलब है कि विश्व विख्यात पर्यटन नगरी जैसलमेर घूमने आने वाले अधिकांश देसी विदेसी पर्यटक तथा धार्मिक नगरी लोकदेवता बाबा रामदेव की कर्मस्थली आने वाले श्रद्धालु आरामदायक सफर के कारण रेलों से सफर करना पसंद करते है। रेलवे विभाग की ओर से रामदेवरा व जैसलमेर तक जोधपुर-जैसलमेर एक्सप्रेस, साधारण सवारी गाड़ी, जैैसलमेर-दिल्ली रुणीचा एक्सप्रेस, लीलण एक्सप्रेस, रानीखेत एक्सप्रेस, बांद्रा टर्मिनस एक्सप्रेस, हावड़ा एक्सप्रेस व लालगढ़-बीकानेर एक्सप्रेस आदि रेलों का संचालन किया जाता है। इन रेलों में सैंकड़ों यात्री सफर कर रामदेवरा व जैैसलमेर पहुंचते है तथा दर्शन व भ्रमण के बाद पुन: इन्हीं रेलों से प्रस्थान करते है। आरामदायक सफर के चक्कर में कई बार रेलों के इंजन तकनीकी खराबी के कारण बीच रास्ते में हांफ जाते है। जिसके कारण यात्रियों का बेहाल हो जाता है।
एक दर्जन से अधिक बार हो चुकी घटनाएं
इस रेल मार्ग पर रामदेवरा से गोमट, लाठी-भादरिया से ओढ़ाणिया-चाचा के बीच रेल के इंजन हांफने की घटनाएं हो रही है। इन जगहों पर होने वाली घटनाओं के कारण यात्रियों को परेशानी हो रही है। गत पांच वर्षों में हुई इंजन खराब होने की घटनाओं के आंकड़ों पर नजर डालें, तो 12 बार इंजन हांफ चुके है। इनमें विशेष रूप से रेलवे स्टेशनों की बजाय बीच रास्ते में इंजन खराब हो जाने के कारण यात्री परेशान हो जाते है।
ये हुई घटनाएं
28 मार्च 2016 – रात को रानीखेत का इंजन पटरी से उतरा।
6 मई 2016 – रुणीचा एक्सप्रेस का इंजन फैल।
1 जून 2016 – रुणीचा एक्सप्रेस का इंजन लाठी-ओढ़ाणिया के बीच हांफा।
14 अगस्त 2016 – को रुणीचा एक्सप्रेस का इंजन पटरी से उतरा।
1 सितंबर 2016 – मालगाड़ी का इंजन हुआ फैल, दो घंटे सड़क मार्ग भी बंद रहा।
15 सितंबर 2016 – भादरिया-लाठी स्टेशन के पास गाय चपेट में आने से रुणीचा एक्सप्रेस का इंजन फैल हुआ, बीच जंगल में खड़ी रही रेल।
9 सितंबर 2019 – रामदेवरा में मेला स्पेशल रेल का इंजन हुआ फैल।
18 सितंबर 2021 – रामदेवरा-गोमट के बीच जोधपुर-जैसलमेर एक्सप्रेस का इंजन जाम हो गया। जिससे दिनभर सभी रेलें बाधित रही।
बीच रास्ते में अटक जाते है यात्री
रेलों के इंजन में अधिकांश बार स्टेशनों की बजाय बीच रास्ते में खराबी आती है। सूनसान जंगल में बीच रास्ते रेलों के अटक जाने से यात्रियों का बेहाल हो जाता है। जंगल में भोजन तो दूर पानी भी नहीं मिल पाता है। विशेष रूप से बच्चों व वृद्धों को भीषण गर्मी के मौसम में परेशानी होती है। इसी प्रकार यदि इस दौरान किसी यात्री की तबीयत खराब हो जाती है, तो पश्चिमी राजस्थान के बीच जंगल में मोबाइल नेटवर्क नहीं मिलने की स्थिति में हालात और भी बिगड़ जाते है।
…तो क्या नहीं होती है जांच
लंबी दूरी की रेलों के साथ अन्य रेलों के रवाना होने के बाद गंतव्य स्थलों तक पहुंचने से पूर्व ही इंजन में खराबी आ जाने से वह रेल बीच रास्ते अटक जाती है, तो जोधपुर-जैसलमेर सिंगल लाइन होने के कारण अन्य रेलों का पूर्व के स्टेशन पर रोकना पड़ता है। आए दिन होने वाली ऐसी घटनाओं से इंजन के रवाना करने से पूर्व जांच होती है या नहीं, इस पर सवाल खड़े हो रहे है।

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